नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस नेता और वर्तमान में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के सुप्रीमो गुलाम नबी आजाद ने इंडिया टीवी के प्रसिद्ध शो 'आप की अदालत' में सवालों के खुलकर जवाब दिए। उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर कई बातें बताईं। आजाद ने बताया कि प्रियंका गांधी को राजनीति में आने से किसने रोका?
प्रियंका को सियासत में देर से लाना परिवार का फैसला था: आजाद
गुलाम नबी आजाद ने आप की अदालत में एक और राज से पर्दा उठाया कि प्रियंका गांधी को राजनीति में आने से किसने रोका? क्यों, कांग्रेस में उनकी एंट्री देर से हुई, राहुल का नम्बर पहले क्यों आया? प्रियंका की राजनीति में देर से एंट्री पर आजाद ने कहा कि यह परिवार का फैसला था। उन्होंने कहा, ‘अब वो फैमिली का मामला है, अलग मामला है। मैंने किताब में भी नहीं लिखा है कि वह फैमिली का ही फैसला था कि बेटी को नहीं लाना है, सिर्फ बेटे को ही लाना है।’
रजत शर्मा ने आजाद से पूछा कि प्रियंका बाद में राजनीति में आईं, लेकिन पीछे ही चलती हैं? तो इस पर आजाद ने कहा कि हां, क्योंकि जब लगता है कि कश्ती एक से नहीं चल रही तो 2 लोग चलाएं।
रजत शर्मा ने आजाद से यह भी पूछा कि क्या प्रियंका की खुद हमेशा से इच्छा थी सियासत में आने की और राहुल की नहीं थी? इस सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि हां प्रियंका की इच्छा थी। एमपी बनने से पहले मुझे कुछ पता नहीं था।
आजाद ने कहा कि प्रियंका का इतना है कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे और मैं जनरल सेक्रेटरी था, तब कभी-कभी मीटिंग में हमें 2 बज जाते थे डिनर के बगैर, तो वह अंदर जाते थे और बचा हुआ खाना ले आते थे। मैं कहता था कि, वे (प्रियंका और राहुल) सो गए होंगे तो वह कहते थे, नहीं अभी बेटी इंतजार कर रही है। बेटियां हमेशा इंतजार करती हैं, जैसे मेरी बेटी। इसमें कुछ गलत नहीं है...वह रात को 2-2 बजे तक जागती थी और कभी-कभी यह देखती भी थी कि हम इतनी देर तक काम कर रहे हैं। तो, मैंने ये एप्टीट्यूड देखा था उनके अंदर।
ये भी पढ़ें:
'आप की अदालत' में बोले गुलाम नबी आजाद, 'राहुल गांधी 20 मिनट काम करके PM बनना चाहते हैं, मैं आज भी 18 घंटे काम करता हूं'
आप की अदालत: सीताराम केसरी को कमरे में बंद किया गया, घसीटा गया? आजाद ने बताई उस दिन की ‘सच्चाई’
Latest India News