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Hindi News भारत राजनीति EXCLUSIVE : कर्नाटक में कांग्रेस को एंटी इनकम्बेंसी का मिलेगा फायदा, पार्टी को लेकर लोगों की ओपिनियन अच्छी- अशोक गहलोत

EXCLUSIVE : कर्नाटक में कांग्रेस को एंटी इनकम्बेंसी का मिलेगा फायदा, पार्टी को लेकर लोगों की ओपिनियन अच्छी- अशोक गहलोत

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से जब यह सवाल किया गया कि राजस्थान मॉडल के राहत कैम्प को लेकर कर्नाटक चुनावों में उतरे हैं कितना फीड बैक मिल रहा है? इस पर उन्होंने कहा कि पहले से कांग्रेस को लेकर यहां अच्छी ओपिनियन है।

अशोक गहलोत- India TV Hindi Image Source : फाइल अशोक गहलोत

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस को एंटी इनम्बेंसी का फायदा मिलेगा। यहां कांग्रेस पार्टी को लेकर लोगों की ओपिनियन अच्छी है। अशोक गहलोत से जब यह सवाल किया गया कि राजस्थान मॉडल के राहत कैम्प को लेकर कर्नाटक चुनावों में  उतरे हैं कितना फीड बैक मिल रहा है? इस पर उन्होंने कहा कि पहले से कांग्रेस को लेकर यहां अच्छी ओपिनियन है। एंटी इनकम्बेंसी भी यहां बहुत है और चुनावों में इसका फ़ायदा हमें मिलेगा। राहुल गांधी ने जो न्याय योजना बनाई थी कमोबेश वैसा ही है। 

अशोक गहलोत से जब ये पूछा गया कि क्या ये मॉडल सिर्फ़ कर्नाटक में रहेगा या कांग्रेस इसका प्रयोग आने वाले विधान सभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में भी करेगी? इस सवाल के जवाब में अशोक गहलोत ने कहा कि मैनिफेस्टो हाईकमान तैयार करता है। राहुल गांधी तय करेंगे कि क्या करना है लेकिन ऐसे मॉडल को हर कोई अपना रहा है और इसे फॉलो कर रहा है। 

राजनीतिक सोच अच्छी रहनी चाहिए

गहलोत से जब यह पूछा गया कि पी एम कहते हैं कांग्रेस गाली देती है हर वक़्त ? इससे तो कमल और खिलेगा ? इस पर अशोक गहलोत ने कहा कि जो मोदी जी ने सोनिया गांधी राहुल के बारे में कहा है वैसे मैं कहूं तो ग़लत होगा। आज भी ED जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। राजनीतिक सोच अच्छी रहनी चाहिए। पीएम को सोचना चाहिए कि उन्होंने क्या बोला है। 

गहलोत से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या आज भी ED जैसे संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है? उन्होंने कहा-इनके पास और कुछ और करने का है ही नहीं। देश को आप कहां लेकर जा रहे हो ? धर्म को लेकर कहां जा रहे हो आप ? लोगों में आस्था है लेकिन आप राजनीति कर रहे हो। 

अशोक गहलोत ने सेना में भर्ती के लिए अग्निवीर योजना की भी आलोचना की और कहा कि इसका प्रयोग खतरनाक है। आप ले आए लेकिन नौकरी नहीं लगेगी। वहीं राजनीति में भाषाओं की मर्यादा पर अशोक गहलोत ने कहा कि कई बारपोलिटिकल लैंग्वेज से समझाने की कोशिश करते हैं। मंशा वैसी नहीं होती है जिसे लेकर हंगामा मचाया जाता है। मोदी के नाम से क्या बिगड़ जाएगा? पब्लिक को मेसेज जाना चाहिए तो कई बार कोशिश करते हैं। बीजेपी जब सत्ता में नहीं थी तब आडवाणी और अन्य नेताओं ने क्या-क्या कहा? लेकिन कोई कोर्ट तो नहीं गया।

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