EVM की सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग ने दिया बड़ा बयान, जानें क्या कहा
इलेक्शन कमीशन ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले सवालों का पहले ही जवाब दे दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं होती। ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है।
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने आज महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा के चुनावों के लिए तारीखों की घोषणा कर दी। इस दौरान तमाम राज्यों के उपचुनावों की तारीखों का भी ऐलान कर दिया गया। चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा के बीच EVM पर बड़ा बयान दिया है।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने कहा कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं होती। ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है। ईवीएम की बैटरी पर भी पोलिंग एजेंट के साइन होंगे। ईवीएम 3 लेयर की सिक्योरिटी में रहेगी। चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम में सिंगल यूज बैटरी लगती है। ईवीएम में मोबाइल जैसी बैटरी नहीं होती है।
गौरतलब है कि विपक्ष कई बार ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर बयानबाजी करता रहा है। ऐसे में इलेक्शन कमीशन ने पहले ही ईवीएम को लेकर सारी बातें साफ कर दीं।
महाराष्ट्र और झारखंड में कब हैं चुनाव?
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव होंगे और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। महाराष्ट्र में एक ही चरण में चुनाव होगा। वहीं झारखंड में 13 और 20 नवंबर को वोटिंग होगी और नतीजे 23 नवंबर को ही आएंगे। झारखंड में 2 चरणों में चुनाव होंगे।
चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र में 9 करोड़ 63 लाख वोटर होंगे। यहां 5 करोड़ पुरुष वोटर हैं। यहां एक लाख पोलिंग बूथ पर वोट पड़ेंगे। महाराष्ट्र के हर बूथ पर करीब 960 वोटर होंगे। राजीव ने बताया कि झारखंड में 2 करोड़ 60 लाख वोटर हैं। यहां एक करोड़ 31 लाख पुरुष वोटर हैं और एक करोड़ 29 लाख महिला वोटर हैं। झारखंड में 29 हजार 526 बूथ पर वोट पड़ेंगे। झारखंड के हर बूथ पर 881 वोटर होंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 145 सीट चाहिए होती हैं। 2019 के चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54, कांग्रेस को 44 और अन्य को 29 सीटें मिली थीं। झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं। पिछले चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को 30 सीटें और बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं, जबकि 26 सीटें अन्य दलों के खाते में गई थीं। जेएमएम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।