हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल कर के हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव परिणाम पर सवाल खड़े किए थे और अनियमितता का आरोप लगाया था। वहीं, अब चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी के आरोपों को खारिज कर दिया है। निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार, गलत और तथ्यहीन बताकर खारिज कर दिया है। आइए जानते हैं कि चुनाव आयोग ने इस मामले में और क्या कुछ कहा है।
निराधार आरोपों से दूर रहने का आग्रह
चुनाव आयोग ने कहा है कि कांग्रेस चुनाव नतीजों की की विश्वसनीयता के बारे में उसी तरह का संदेह पैदा कर रही है, जैसा उसने अतीत में किया था। आयोग ने कांग्रेस को हर चुनाव में निराधार आरोपों से दूर रहने के लिए लिखा है। आयोग ने कांग्रेस पार्टी पर संदेह का धुआं उठाने का आरोप लगाया है और कहा है कि कांग्रेस को इस तरह की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
गैर-जिम्मेदाराना आरोप- चुनाव आयोग
भारतीय निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस पार्टी से आग्रह करते हुए कहा है कि मतदान और मतगणना जैसे संवेदनशील समय में गैर-जिम्मेदाराना आरोप सार्वजनिक अशांति, अशांति और अराजकता का कारण बन सकते हैं। चुनाव आयोग ने बीते 1 एक साल में ऐसे 5 मामलों का हवाला दिया है। आयोग ने कहा है कि लंबे अनुभव वाले राष्ट्रीय दल को उचित परिश्रम करना चाहिए और बिना किसी सबूत के चुनावी कार्यों पर आदतन हमलों से बचना चाहिए।
राष्ट्रीय राजनीतिक दल से ऐसी उम्मीद नहीं- ECI
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एक पत्र भेजा है और कहा है कि किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल से इस तरह की उम्मीद नहीं की जाती है। आयोग देश में चुनावी लोकतंत्र को बनाए रखने और मजबूत करने में राजनीतिक दलों के सुविचारित नजरिये की गंभीरता की सराहना करता है और आश्वासन देता है कि वह समय पर शिकायत निवारण के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।
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