'क्या स्टालिन ने अपने बेटे और ए. राजा...', सनातन के खिलाफ बयान पर BJP का नया हमला
BJP ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को उनके बेटे उदयनिधि और उनकी पार्टी के नेता ए. राजा द्वारा सनातन के खिलाफ दिए गए अपमानजनक बयानों को लेकर सवाल किया।
नई दिल्ली: BJP ने बुधवार को सनातन धर्म के खिलाफ DMK नेताओं द्वारा दिए गए विवादित बयानों का मुद्दा एक बार फिर उठाया। पार्टी ने DMK सांसद डी. एन. वी. सेंथिलकुमार की ओर से लोकसभा में हिंदी भाषी राज्यों का जिक्र अपमानजनक तरीके से करने के लिए खेद जताए जाने के बाद पूछा कि क्या मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वाले पार्टी नेताओं से भी माफी मांगने को कहा था। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बीजेपी हेडक्वॉर्टर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘सनातन के बारे में बार-बार आपत्तिजनक टिप्पणी’ पर कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा की ‘चुप्पी’ की भी आलोचना की।
‘क्या स्टालिन ने उदयनिधि को माफी मांगने को कहा?’
राजीव चंद्रशेखर ने कहा,‘मैंने टी. आर. बालू को यह कहते सुना कि सीएम स्टालिन ने सांसद सेंथिलकुमार से इस तरह के बयान नहीं देने को कहा है। लेकिन एक सवाल है जो बालू और स्टालिन से पूछा जाना चाहिए। उदयनिधि स्टालिन के बयान का क्या हुआ? क्या उन्होंने उदयनिधि को माफी मांगने की सलाह दी है? ए. राजा के बारे में क्या? क्या उन्होंने ए. राजा को माफी मांगने की सलाह दी है? उदयनिधि स्टालिन माफी क्यों नहीं मांग सकते?’ केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ की पार्टियों ने उत्तर-दक्षिण विभाजन के बयानों के साथ ‘विभाजनकारी राजनीति का एक नया अध्याय’ शुरू किया है क्योंकि वोटों के लिए धार्मिक आधार पर दरार पैदा करने की उनकी कोशिशें हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में काम नहीं आईं।
‘दक्षिण भारत से भी साफ होगा I.N.D.I.A गठबंधन’
चंद्रशेखर ने कहा कि BJP कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य सदस्यों द्वारा की जा रही इस तरह की राजनीति का ‘दृढ़ता से विरोध’ करेगी। उन्होंने कहा, ‘देश के लोग भी इस तरह की राजनीति का पूरी तरह से विरोध करेंगे और उन्हें बेनकाब करेंगे।’ सेंथिलकुमार ने मंगलवार को सत्तारूढ़ BJP पर निशाना साधते हुए हिंदी भाषी राज्यों का वर्णन करने के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। इस टिप्पणी के बाद लोकसभा में हंगामा हुआ और कार्यवाही स्थगित कर दी गई। बाद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनकी टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया। BJP नेताओं ने उनकी टिप्पणी को ‘नफरत फैलाने वाला भाषण’ करार दिया था और कहा था कि वोटर अगले चुनाव में दक्षिण भारत से भी ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन का ‘सफाया’ कर देंगे।
‘उस शब्द को इस्तेमाल करने की कोई मंशा नहीं थी’
आलोचनाओं का सामना कर रहे DMK सांसद ने बाद में माफी मांग ली थी। उन्होंने X पर लिखा,‘हाल में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों पर टिप्पणी करते हुए मैंने अनुचित तरीके से एक शब्द का इस्तेमाल किया था। उस शब्द को इस्तेमाल करने की कोई मंशा नहीं थी और मैं इससे गलत संदेश जाने पर माफी मांगता हूं।’ बुधवार को उन्होंने लोकसभा में खेद व्यक्त किया लेकिन BJP ने ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन पर अपना हमला तेज कर दिया। चंद्रशेखर ने कहा,‘तीन राज्यों के नतीजों के बाद कांग्रेस और ‘इंडी अलायंस’ द्वारा विभाजनकारी राजनीति का एक नया अध्याय शुरू किया गया है। पहले वे धर्म के आधार पर विभाजनकारी राजनीति करते हैं।’
‘दक्षिण भारत में भी बीजेपी के सांसद और विधायक हैं’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के सहयोगी उदयनिधि स्टालिन का कहना है कि सनातन डेंगू और मलेरिया है। उन्होंने कहा, ‘तब DMK के 2G घोटाले के वास्तुकार और दूरदर्शी ए. राजा कहते हैं कि सनातन धर्म कुष्ठ रोग, HIV के बराबर है।’ चुनावों के दौरान सनातन धर्म के खिलाफ DMK के कुछ नेताओं की टिप्पणियों को लेकर उठे विवाद को BJP ने कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए इस्तेमाल किया था। चंद्रशेखर ने कहा,‘ये सब विफल होने के बाद उन्होंने कल उत्तर-दक्षिण विभाजन की रणनीति शुरू की। राहुल गांधी के नए करीबियों ने उत्तर और दक्षिण (विभाजन) और भाजपा-मुक्त दक्षिण (कथा) शुरू की। और ऐसी मूर्खता तब है जब दक्षिण में BJP के विधायक और सांसद हैं।’