Desh Ki Awaaz: राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बीजेपी की वापसी, गुजरात, मध्य प्रदेश, हिमाचल में बीजेपी, और तेलंगाना में टीआरएस को मिलेगा बहुमत, इंडिया टीवी-मैटराइज सर्वे का अनुमान
Desh Ki Awaaz: आज विधानसभा चुनाव हुए तो पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस मामूली बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रख सकती है, जबकि तेलंगाना में टीआरएस और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार भी सत्ता में बनी रह सकती है।
Highlights
- महाराष्ट्र में 134 सीटें जीतकर बीजेपी एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है।
- पंजाब में अभी चुनाव होते हैं तो आम आदमी पार्टी सत्ता में बरकरार तो रह सकती है।
- छत्तीसगढ़ में बीजेपी 48 सीटें जीतकर आसानी से बहुमत हासिल कर सकती है।
Desh Ki Awaaz: भारतीय जनता पार्टी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता में वापसी कर सकती है, जबकि गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में उसकी सरकार बनी रह सकती है। विधानसभा सीटों को लेकर ये सारे अनुमान इंडिया टीवी-मैटराइज ओपिनियन पोल में सामने आए जिसका आज इंडिया टीवी पर प्रसारण किया गया।
ओपिनियन पोल के मुताबिक, आज विधानसभा चुनाव हुए तो पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस मामूली बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रख सकती है, जबकि तेलंगाना में टीआरएस और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार भी सत्ता में बनी रह सकती है।
विभिन्न राज्यों के ओपिनिय पोल के अनुमानों का विवरण:
राजस्थान
ओपिनियन पोल के मुताबिक, अगर आज चुनाव होते हैं तो 200 सीटों वीली राजस्थान विधानसभा में बीजेपी 148 सीटें जीत सकती है, कांग्रेस 42 सीटें जीत सकती है और निर्दलीय समेत 'अन्य' 10 सीटों पर जीत हासिल कर सकते हैं। 2018 के चुनावों में, बीजेपी ने 73, कांग्रेस ने 99 और अन्य ने 28 सीटें जीती थीं। वोटिंग प्रतिशत: अगर अभी चुनाव हुए तो बीजेपी 52 फीसदी, कांग्रेस 31 फीसदी और अन्य 17 फीसदी वोट पास सकते हैं। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
मुख्यमंत्री के लिए पसंदीदा चेहरे के बारे में पूछे जाने पर अशोक गहलोत 27 प्रतिशत के साथ सबसे आगे रहे, जबकि बीजेपी नेता वसुंधरा राजे 22 प्रतिशत के साथ दूसरे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत 19 प्रतिशत के साथ तीसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस नेता सचिन पायलट को 11 फीसदी लोगों ने अपना समर्थन दिया।
सबसे बड़े चुनावी मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर सरकार के काम पर 31 फीसदी, मोदी फैक्टर पर 26 फीसदी, विधायक के काम पर 14 फीसदी और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर 12 फीसदी लोगों ने मुहर लगाई। यह पूछे जाने पर कि क्या उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड का असर पड़ेगा, 69 फीसदी ने ‘हां’ और 23 फीसदी ने ‘नहीं’ में जवाब दिया।
यह पूछे जाने पर कि वे अगले साल किस पार्टी में सरकार बनाना पसंद करेंगे, 57 प्रतिशत ने बीजेपी जबकि 27 प्रतिशत ने कांग्रेस ने कहा। यह पूछे जाने पर कि आप किसके नाम पर वोट करेंगे, 42 फीसदी ने कहा, 'मोदी के नाम पर'। सिर्फ 28 फीसदी ने ‘अशोक गहलोत के नाम पर’ वोट देने की बात कही।
गुजरात
182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में बीजेपी 108 सीटों पर जीत दर्ज कर एक बार फिर सत्ता अपने पास बरकरार रख सकती है, वहीं आज चुनाव होने की सूरत में कांग्रेस को 55 सीटें मिल सकती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के खाते में 8 अन्य के खाते में 11 सीटें जा सकती हैं। 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 99 सीटें जीती थीं, कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज की थी और अन्य के खाते में 6 सीटें गई थीं। गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। सर्वे के मुताबिक, बीजेपी को गुजरात में 48 फीसदी, कांग्रेस को 33 फीसदी और AAP को 16 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी को चुनाव से पहले सीएम उम्मीदवार की घोषणा करनी चाहिए, 38 फीसदी ने 'नहीं' कहा, 36 फीसदी ने कहा कि 'बीजेपी को एक नया चेहरा घोषित करना चाहिए', और 22 फीसदी ने 'वर्तमान सीएम' पर ही दांव खेलने को कहा।
यह पूछे जाने पर कि आप किसके नाम पर वोट करेंगे, 33 फीसदी ने 'मोदी के नाम पर' जबकि 24 फीसदी ने 'सबसे अच्छी छवि वाले उम्मीदवार के नाम पर' वोट देने की बात कही।
मुख्यमंत्री के लिए सर्वश्रेष्ठ चेहरे के बारे में पूछे जाने पर केवल 22 फीसदी ने वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का नाम लिया, जबकि 16 फीसदी ने बीजेपी नेता पुरुषोत्तम रूपाला और 9 फीसदी ने कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल के नाम पर मुहर लगाई। वहीं, 69 फीसदी लोगों ने कहा कि सूबे में सीएम के तौर पर ‘कोई अन्य चेहरा’ हो तो बेहतर होगा।
मध्य प्रदेश
यदि आज चुनाव होते है तो 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी 119 सीटें जीतकर सत्ता में बरकरार रह सकती है। वहीं, कांग्रेस को 98 और अन्य को 13 सीटें मिल सकती हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 109, कांग्रेस ने 114 और अन्य से 7 सीटों पर जीत हासिल की थी। ओपिनियन पोल में बीजेपी को 44 फीसदी और कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है।
मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद के बारे में पूछे जाने पर 38 फीसदी लोगों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम लिया, जबकि 31 फीसदी ने कमलनाथ को चुना।
छत्तीसगढ़
90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में बीजेपी 48 सीटें जीतकर आसानी से बहुमत हासिल कर सकती है जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस 40 सीटें जीत सकती है। यहां अन्य पार्टियां 2 सीटें जीत सकती हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68, बीजेपी ने 15 और अन्य ने 7 सीटें जीती थीं। ओपिनियन पोल के मुताबिक, कांग्रेस को 40 और बीजेपी को 43 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
सर्वे के दौरान 38 फीसदी लोगों ने कहा कि वे मोदी के नाम पर वोट देंगे, जबकि 22 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर वोट देने की बात कही। पसंदीदा सीएम चेहरे के बारे में पूछे जाने पर 29 फीसदी ने राज्य के बीजेपी चीफ विष्णुदेव साय का नाम लिया, जबकि 24 फीसदी ने भूपेश बघेल और 14 फीसदी ने पूर्व सीएम रमन सिंह को अपना समर्थन दिया।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र की 288 सीटों वाली विधानसभा में 134 सीटें जीतकर बीजेपी एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है, जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली उसकी सहयोगी शिवसेना को 41 सीटों पर जीत मिल सकती है और गठबंधन आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर सकता है। एनसीपी 44 सीटें जीत सकती है, उद्धव के नेतृत्व वाली शिवसेना को 18, कांग्रेस को 38 और अन्य को 13 सीटें मिल सकती हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी को 34.1 फीसदी, एनसीपी को 19.6 फीसदी, कांग्रेस को 16.1 फीसदी, शिंदे की शिवसेना को 12.6 फीसदी और उद्धव की शिवसेना को 9.1 फीसदी वोट मिल सकते हैं। महाराष्ट्र में 2024 में चुनाव हो सकते हैं।
सीएम के रूप में पसंदीदा चेहरे के बारे में पूछे जाने पर 38.4 फीसदी ने देवेंद्र फडणवीस, 11.3 फीसदी ने एकनाथ शिंदे, 9.2 फीसदी ने शरद पवार, 8.6 फीसदी ने कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण और 8.1 फीसदी ने उद्धव ठाकरे का नाम लिया।
52 फीसदी लोगों ने कहा कि वे 2024 में बीजेपी-एकनाथ शिंदे सेना की सरकार देखना चाहते हैं, जबकि 32 फीसदी ने कांग्रेस-एनसीपी सरकार के समर्थन में वोट दिया। 52 फीसदी लोगों ने कहा कि वे मोदी के नाम पर वोट देंगे जबकि 32 फीसदी लोगों ने शरद पवार के नाम पर वोट देने की बात कही। 56 फीसदी लोगों ने उद्धव के नेतृत्व वाली पार्टी को असली शिवसेना बताया जबकि 44 फीसदी लोगों का कहना था कि एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाला दल असली शिवसेना है।
पंजाब
यदि पंजाब में अभी चुनाव होते हैं तो आम आदमी पार्टी सत्ता में बरकरार तो रह सकती है लेकिन उसकी सीटों की संख्या में कमी आ सकती है। 117 सदस्यीय विधानसभा में आम आदमी पार्टी 72, बीजेपी 16, अकाली दल 11, कांग्रेस 9 और अन्य भी 9 सीटों पर जीत दर्ज कर सकते हैं। इसी साल हुए विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने 92, कांग्रेस ने 18, अकाली दल ने 3, बीजेपी ने 2 और अन्य ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या आप मौजूदा सरकार को बदलना चाहते हैं, 46 फीसदी ने ‘नहीं’ में जवाब दिया, जबकि 41 फीसदी ने ‘हां’ कहा। यह पूछे जाने पर कि आम आदमी पार्टी की सरकार का प्रदर्शन कैसा रहा, 32 फीसदी ने कहा कि वे खुश नहीं हैं, 31 फीसदी ने कहा कि वे खुश हैं, 24 फीसदी ने कहा कि आप ने अपने वादे पूरे किए जबकि 13 फीसदी ने कहा ‘गलती हो गई।’
उत्तर प्रदेश
403 सीटों वाली यूपी विधानसभा में अगर आज चुनाव होते हैं तो योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली बीजेपी 292 सीटें जीत सकती है। वहीं, समाजवादी पार्टी को 94, कांग्रेस को एक और अन्य को 16 सीटें मिल सकती हैं। मार्च में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 255, समाजवादी पार्टी ने 111, कांग्रेस ने एक, बीएसपी ने एक एवं अन्य ने 35 सीटों पर जीत हासिल की थी। ओपिनियन पोल के मुताबिक, आज चुनाव होने पर बीजेपी को 44.6 और समाजवादी पार्टी को 31.3 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
यूपी में 38 फीसदी लोगों ने ‘योगी की लोकप्रियता’ जबकि 26 फीसदी ने ‘सुशासन और राशन’ के मुद्दे पर वोट देने की बात कही। 56 फीसदी ने कहा कि ‘डबल इंजन फैक्टर वोट में निर्णाय भूमिका अदा करता है’ जबकि 38 फीसदी लोगों ने इस बात से इनकार किया।
बिहार
243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में अगर आज चुनाव होते हैं तो राष्ट्रीय जनता दल को 83 सीटें मिल सकती हैं जबकि बीजेपी 81 सीटें जीत सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (युनाइटेड) 38 सीटें और कांग्रेस को 11 सीटें मिल सकती हैं। लोक जनशक्ति पार्टी को एक सीट मिल सकती है, जबकि अन्य के खाते में 29 सीटें जा सकती हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक, आरजेडी को 26.3 फीसदी, बीजेपी को 23.6 फीसदी, जेडीयू को 13.6 फीसदी और कांग्रेस को 7.2 फीसदी वोट मिल सकते हैं। बिहार में 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2020 के विधानसभा चनाव में आरजेडी ने 75, बीजेपी ने 74, जेडीयू ने 43, कांग्रेस ने 19, एलजेपी ने एक और अन्य ने 31 सीटों पर जीत हासिल की थी
39 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी के नाम पर, 28 फीसदी ने नीतीश कुमार के नाम पर और 22 फीसदी ने तेजस्वी यादव के नाम पर वोट देने की बात कही। 45 फीसदी लोगों ने कहा कि वे राज्य बीजेपी-जेडीयू की सरकार चाहते हैं जबकि 22 फीसदी ने आरजेडी-कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही।
तेलंगाना
तेलंगाना में आज चुनाव हुए तो मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली तेलंगाना राष्ट्र समिति सत्ता में बरकरार रह सकती है। टीआरएस 117 में से कुल 76 सीटें जीत सकती है, जबकि बीजेपी 21 और कांग्रेस 12 सीटों पर अपना परचम लहरा सकती है। ओवैसी की एआईएमआईएम को 7 एवं अन्य को एक सीट मिल सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, टीआरएस को 42, बीजेपी को 28 और कांग्रेस को 23 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
36 फीसदी लोगों ने कहा कि वे केसीआर के प्रदर्शन पर वोट देंगे, जबकि 22 फीसदी ने कहा कि वे मोदी का समर्थन करेंगे। मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर 41.8 फीसदी ने के. चंद्रशेखर राव, 26.8 फीसदी ने कांग्रेस नेता उत्तम कुमार रेड्डी और 21.6 फीसदी ने बीजेपी नेता बी. संजय कुमार का समर्थन किया।
हिमाचल प्रदेश
इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी अपने पास सत्ता को बरकरार रख सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी 47, कांग्रेस 17, आम आदमी पार्टी एक और अन्य 3 सीटों पर जीत हासिल कर सकते हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी को 48 फीसदी, कांग्रेस को 39 फीसदी एवं आप को 5 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 26 फीसदी वोटों के साथ लोगों की पहली पसंद हैं, जबकि कांग्रेस की प्रतिभा सिंह को 21 फीसदी, कांग्रेस नेता आशा कुमारी एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को 17-17 फीसदी लोगों ने पसंदीदा सीएम चेहरा बताया।
पश्चिम बंगाल
294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले साल प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी, जबकि अभी चुनाव होने की सूरत में उनकी पार्टी एक बार फिर सत्ता में आ सकती है लेकिन उसकी सीटें घट सकती हैं। आज चुनाव हुए तो टीएमसी को 173, बीजेपी को 112, कांग्रेस को 2, लेफ्ट को 2 एवं अन्य को 5 सीटों पर जीत हासिल हो सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, टीएमसी को 46 फीसदी और बीजेपी को 41 फीसदी वोट मिल सकते हैं। पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने 213 और बीजेपी ने 77 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि अन्य के खाते में 4 सीटें गई थीं। कांग्रेस और लेफ्ट को एक भी सीट नहीं मिली थी।
सीएम पद के लिए पसंदीदा चेहरे के तौर पर 46 फीसदी ने ममता बनर्जी को चुना, जबकि 24 फीसदी ने बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी को और 20 फीसदी ने बीजेपी नेता दिलीप घोष का समर्थन किया।