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Hindi News भारत राजनीति ओडिशा में शपथ ग्रहण की बदली तारीख, 10 जून की जगह अब इस दिन होगा समारोह; पहली बार बनेगी BJP की सरकार

ओडिशा में शपथ ग्रहण की बदली तारीख, 10 जून की जगह अब इस दिन होगा समारोह; पहली बार बनेगी BJP की सरकार

ओडिशा में शपथ ग्रहण समारोह की तारीख बदल दी गई है। बता दें कि पहले 10 जून को ओडिशा में शपथ ग्रहण समारोह होना था, जिसे बदल कर अब 12 जून कर दिया गया है।

ओडिशा में शपथ ग्रहण की बदली तारीख।- India TV Hindi Image Source : PTI ओडिशा में शपथ ग्रहण की बदली तारीख।

भुवनेश्वर: ओडिशा में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। ओडिशा में 10 जून को शपथ ग्रहण समारोह होना था, लेकिन अब शपथ ग्रहण समारोह की तारीख बदल दी गई है। भाजपा सरकार के शपथग्रहण समारोह की तारीख 10 जून की जगह 12 जून कर दी गई है। पार्टी नेता जतिन मोहंती और विजयपाल सिंह तोमर ने रविवार को इसकी पुष्टि की। मोहंती ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यस्तता के कारण कार्यक्रम स्थगित किया गया है। बता दें कि रविवार को नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह है। इसके अलावा अगले दिन वह पार्टी सांसदों से मिलेंगे। वहीं नवनिर्वाचित सदस्यों की पहली विधायक दल की बैठक अब 11 जून को तय की गई है। 

CM के चेहरे पर बना सस्पेंस

दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि ओडिशा की पहली भाजपा सरकार 10 जून को शपथ लेगी। पार्टी सूत्रों ने हालांकि बताया कि तारीख बदलने का फैसला रविवार को लिया गया। इस बीच, नए मुख्यमंत्री को लेकर अब भी रहस्य बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के वरिष्ठ नेता और नवनिर्वाचित विधायक सुरेश पुजारी नयी दिल्ली पहुंचे, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह शीर्ष पद के प्रमुख दावेदारों में से एक हो सकते हैं। पुजारी 2019 के चुनाव में बरगढ़ से लोकसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने हाल ही में ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता। उनके समर्थकों का मानना ​​है कि उन्हें केंद्रीय नेताओं के साथ चर्चा के लिए नयी दिल्ली बुलाया गया है। 

भाजपा ने हासिल किया बहुमत

दरअसल, भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नेता के नाम पर अंतिम फैसला नहीं कर पाया है, लेकिन पार्टी की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि स्पष्ट तस्वीर सामने आने के लिए दो दिन और इंतजार करना होगा। नयी दिल्ली से लौटने के बाद सामल ने कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड अपनी बैठक में मुख्यमंत्री के बारे में निर्णय लेगा। भाजपा ने 147 सदस्यीय विधानसभा में 78 सीट जीतकर सहज बहुमत हासिल किया। पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए बिना मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। इस बीच, भुवनेश्वर के जनता मैदान में शपथग्रहण समारोह के आयोजन की तैयारियां चल रही हैं। (इनपुट- भाषा)

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