मुस्लिम लीग को कांग्रेस के पाले से छीनना चाहती है CPM! केरल में शुरू हुई दिलचस्प सियासी जंग
CPM ने पहले तो कांग्रेस की सहयोगी मुस्लिम लीग को एक गैर सांप्रदायिक पार्टी करार दिया, और इसके एक दिन बाद ही उसे इशारों-इशारों में अपने साथ आने का मैसेज भी देना शुरू कर दिया।
कोझिकोड/त्रिशूर: केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच एक जबरदस्त सियासी जंग की शुरुआत हो चुकी है। दरअसल, पहले तो CPM ने कांग्रेस की सहयोगी मुस्लिम लीग को एक गैर सांप्रदायिक पार्टी करार दिया, और इसके एक दिन बाद ही उसे इशारों-इशारों में अपने साथ आने का मैसेज भी देना शुरू कर दिया। बता दें कि केरल में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) में कांग्रेस और मुस्लिम लीग अहम सहयोगी हैं। अब पिछले 2 दिनों से CPM की तरफ से ऐसे बयान आ रहे हैं, जिनसे लगता है कि वह मुस्लिम लीग पर डोरे डाल रही है।
कांग्रेस ने किया CPM पर पलटवार
CPM ने परोक्ष रूप से मुस्लिम लीग को संदेश देते हुए कहा था कि इसके दरवाजे उन दलों के लिए हमेशा से खुले रहे हैं जो अपने गलत राजनीतिक रुख को सुधारकर लेफ्ट की राजनीति को स्वीकार कर लेते हैं। CPM की मंशा को भांपते हुए कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि CPM की मंशा राज्य में अपनी सरकार के खिलाफ लोगों के गुस्से से ध्यान हटाने की है। CPM राज्य सचिव एम वी गोविंदन की ओर से मुस्लिम लीग को लक्ष्य करके की गई पहल से नाराज कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि उनकी चाल कामयाब नहीं होगी, क्योंकि मुस्लिम लीग UDF का अटूट हिस्सा है।
‘मुस्लिम लीग UDF का जरूरी हिस्सा’
CPM की चाल के पीछे की असल मंशा को भांपते हुए इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) प्रमुख पनक्कड़ सादिक अली शिहाब थंगल ने कहा कि गोविंदन ने उनकी पार्टी के बारे में जो कहा वह केवल राजनीतिक सच्चाई थी और इसे राजनीतिक आकलन के रूप में देखने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम लीग UDF का जरूरी हिस्सा है और इसका ध्यान राज्य में कांग्रेस की अगुवाई वाले मोर्चे को मजबूत बनाने पर है। केरल BJP अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने गोविंदन के बयान की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि मुस्लिम लीग एक सांप्रदायिक पार्टी थी जिसने विभाजनकारी राजनीतिक रुख अपनाया।
‘मुस्लिम लीग सांप्रदायिक पार्टी नहीं है’
मुस्लिम लीग के प्रति अपने रुख में परिवर्तन का संकेत साफ तौर पर देते हुए गोविंदन ने शुक्रवार को कहा था कि मुस्लिम लीग सांप्रदायिक पार्टी नहीं है। उन्होंने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के कथित कदम से संबंधित मुद्दे पर कांग्रेस से सहमत नहीं होने के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन यूनाइटेड डेमोक्रेटिकक फ्रंट के प्रमुख घटक दल की सराहना की थी। सत्तारूढ़ मोर्चे के अनुसार राज्यपाल केरल में यूनिवर्सिटीज का ‘भगवाकरण’ करने की कोशिश कर रहे हैं।
‘हमारे दरवाजे हर उस पार्टी के लिए खुले हैं जो...’
यह पूछे जाने पर कि क्या LDF के दरवाजे मुस्लिम लीग के लिए खुले हैं, गोविंदन ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी के दरवाजे उन दलों के लिए हमेशा से खुले रहे हैं जो अपने गलत राजनीतिक रुख को सुधारकर वाम राजनीति को स्वीकार करते हैं। गोविंदन के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने कहा कि राज्य विधानसभा में कांग्रेस और इसके सहयोगी एक एकल पार्टी के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि CPM की मंशा राज्य में अपनी सरकार के खिलाफ लोगों के गुस्से से ध्यान हटाने की है।