भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सरकार के फैसले पर सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह संसदीय परंपरा के खिलाफ है। जयराम रमेश ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि परंपरपा के अनुसार सबसे वरिष्ठ सांसद को ही प्रोटेम स्पीकर के पद पर नियुक्त किया जाता है। रीति-रिवाज और परंपार के मुताबिक कोडिकुन्निल सुरेश का पूरा हक बनता है। यह मानसिकता पूरी तरह से बुल्डोजर मानसिकता है। सरकार पहले ही दिन से पंगा लेने में लगी हुई है।
प्रोटेम स्पीकर की कुर्सी पर छिड़ा बवाल
जयराम रमेश ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के कोडिकुन्निल सुरेश और भाजपा के वीरेंद्र कुमार दोनों ही 18वीं लोकसभा में अपना आठवां कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। साल 2019 में वीरेंद्र कुमार और 2014 में कमलनाथ प्रोटेम स्पीकर बने थे। वीरेंद्र कुमार अभ मंत्री बन चुके हैं। इसलिए ऐसी उम्मीद थी कि के. सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाएगा। लेकिन सरकार की तरफ से ऐसा नहीं किया गया। जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा ने बीजेडी से 6 और भाजपा से सातवां कार्यकाल पूरा कर रहे सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाया है।
जयराम रमेश बोले- बुलडोजर वाली मानसिकता से उबर नहीं पाए हैं
उन्होंने कहा कि यह टकराव की राजनीति है। अभी भाजपा बुलडोजर की राजनीति वाली मासिकता से उबर नहीं पाई है। पहले दिन से ही टक्कर लेना चाहते हैं। वे दिखाना चाहते हैं कि हम हुकूमत में हैं। लेकिन जनादेश प्रधानमंत्री के खिलाफ है। नरेंद्र मोदी अब श्री 400 नहीं बल्कि श्री 240 हैं। उन्होंने कहा कि 26 जून को नए लोकसभा अध्यक्ष के पद पर चुनाव होने जा रहा है। 24 और 25 जून को सभी लोकसभा सदस्य शपथ लेंगे। प्रोटेम स्पीकर इसकी ही अध्यक्षता करता है। प्रोटेम स्पीकार है क्या। यह दो दिन के लिए हैं।
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