Congress Presidential Polls: कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष ने पार्टी के सभी पदाधिकारियों को अध्यक्ष चुनाव के लिए किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ या उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करने के लिए कहा है। कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने ये भी कहा कि अगर कोई भी किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार करना चाहता है तो उसे पहले अपने संबंधित पद से इस्तीफा देना होगा।
"किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ दुष्प्रचार न हो"
'तटस्थ चुनाव' का समर्थन करते हुए कांग्रेस आलाकमान ने भी नोटिस में कहा कि 'निष्पक्ष चुनाव' के लिए पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। इस पत्र में आगे कहा गया है, "यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी सावधानी बरती जाएगी कि किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ कोई दुष्प्रचार न हो।" बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान 17 अक्टूबर को होगा। मतों की गिनती 19 अक्टूबर को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इस चुनाव में 9,000 से अधिक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रतिनिधि मतदान करेंगे।
कांग्रेस के तीन प्रवक्ताओं ने दिया इस्तीफा
बता दें कि पार्टी के इस आदेश से पहले कांग्रेस के तीन प्रवक्ता दीपेंद्र हुड्डा, गौरव वल्लभ और सैयद नसीर हुसैन ने रविवार को पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए प्रचार करने के लिए इस्तीफा दे दिया था। इस कदम को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था, उनके वफादार विधायकों ने सीएलपी का बहिष्कार किया था, जहां खड़गे उस समय पर्यवेक्षक थे। गहलोत ने बाद में सोनिया गांधी से माफी मांगी और चुनाव से बाहर हो गए।
थरूर बोले- खुली बहस के लिए तैयार
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मुकाबले में खड़े दो वरिष्ठ नेताओं शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। थरूर ने यहां तक कहा कि वह 'खुली बहस' के लिए तैयार हैं। जबकि गांधी परिवार ने थरूर और पार्टी दोनों से वादा किया था कि एक "तटस्थ" चुनाव करवाना उसका लक्ष्य है और चुनाव में कोई "आधिकारिक उम्मीदवार" नहीं है। थरूर ने कहा कि वे अपने प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं, क्योंकि इससे लोगों की उसी तरह से पार्टी में दिलचस्पी पैदा होगी, जैसे कि हाल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद के चुनाव को लेकर हुई थी।"
Latest India News