अमेरिका के विवादित अधिकारी से व्हाइट हाउस में राहुल गांधी की सीक्रेट मीटिंग, जानें आखिर किससे मिले कांग्रेसी नेता
व्हाइट हाउस में हुई कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सीक्रेट मीटिंग टॉप ट्रेंडिंग है। राहुल की इस सीक्रेट मीटिंग में ऐसा क्या था कि इससे जुड़ी एक-एक डिटेल गुप्त रखी गई, किसी को कानों कान खबर तक नहीं लगी।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान एक सीक्रेट मीटिंग की बहुत चर्चा है। दावा किया गया है कि राहुल की ये सीक्रेट मीटिंग व्हाइट हाउस के भीतर हुई। मीटिंग के वक्त राहुल के साथ कौन-कौन मौजूद था, इसपर कोई खबर नहीं आई लेकिन इस बीच खुलासा हुआ है कि अमेरिका में राहुल की मीटिंग उस शख्स से हुई है जिसे पाकिस्तान में तख्तापलट का मास्टरमाइंड कहा जा रहा है। आरोपों के मुताबिक ये वही शख्स है जिसकी वजह से इमरान खान की कुर्सी गई।
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी के अमेरिका दौरे से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें कहा गया है कि अपनी पब्लिक मीटिंग्स खत्म करने के बाद राहुल सीक्रेट मीटिंग के लिए गए। दावा किया गया कि राहुल की ये सीक्रेट मीटिंग व्हाइट हाउस के अंदर हुई। आज की सबसे बड़ी, चिंताजनक और विस्फोटक खबर ही यही है। व्हाइट हाउस में राहुल की सीक्रेट मीटिंग टॉप ट्रेंडिंग है। राहुल की इस सीक्रेट मीटिंग में ऐसा क्या था कि इससे जुड़ी एक-एक डिटेल गुप्त रखी गई, किसी को कानों कान खबर तक नहीं लगी।
कौन है डॉनल्ड लू?
अब जानिए कि डॉनल्ड लू कौन है, तो ये वही डॉनल्ड लू हैं जिनके खिलाफ इमरान खान ने मोर्चा खोला था। इमरान ने बार बार इन्हीं का नाम लिया था और उसी के बाद इमरान की कुर्सी चली गई थी। इमरान ने जिस डॉनल्ड लू पर पाकिस्तान में तख्तापलट का आरोप लगाया था, राहुल गांधी पर उसी डॉनल्ड लू से मिलने का आरोप लगा है।
स्मृति ईरानी ने क्या कहा?
दावा किया गया है कि अमेरिकी दौरे पर सारी पब्लिक मीटिंग्स खत्म करने के बाद राहुल सीक्रेट मीटिंग के लिए व्हाइट हाउस पहुंच गए यानी अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास। वहां राहुल ने जिस शख्स से मुलाकात की उसे पाकिस्तान में इमरान के तख्तापलट का मास्टरमाइंड कहा जाता है। अमेरिका के असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर साउथ एशिया डॉनल्ड लू चाइनीज मूल के अमेरिकी हैं। जैसे ही राहुल की सीक्रेट मीटिंग की खबर फैली अटकलों का बाजार गर्म हो गया। मोदी सरकार के दो मंत्रियों ने एक साथ करीब-करीब एक ही समय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि विदेश में खुली राहुल की मोहब्बत वाली दुकान में कौन कौन से लोग आकर मोदी के खिलाफ 24 वाला सामान इकट्ठा कर रहे हैं।
जो बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन ने किया राहुल का स्वागत!
राहुल की सीक्रेट मीटिंग से जुड़ा एक और खुलासा हुआ है। दावा किया गया है कि जो बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन ने व्हाइट हाउस में राहुल का स्वागत किया। वो भी तब जब कुछ घंटों पहले ही राहुल के 'लोकतंत्र खतरे में है' वाले बयान के बाद अमेरिका ने भारत के लोकतंत्र को सबसे वाइब्रेंट बताया था। कल ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह तो उनकी आदत है कि कि जब वो बाहर जाते हैं तो वे देश की आलोचना करते हैं। देश की राजनीति के बारे में टिप्पणी करते हैं। अगर देश में लोकतंत्र नहीं होता तो चुनाव कैसे होते? उनको लगता है बाहर का समर्थन भारत में चलेगा। लेकिन ऐसा नहीं है।
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उन्होंने कहा कि दुनिया हमें देख रही है और वे क्या देख रहे हैं? चुनाव होते हैं, कभी-कभी एक पार्टी जीत जाती है और कभी-कभी दूसरी पार्टी जीत जाती है। अगर देश में लोकतंत्र नहीं है, तो ऐसा बदलाव नहीं आना चाहिए। सभी चुनावों के नतीजे समान होने चाहिए। 2024 का परिणाम तो वही होगा, हमें पता है ... मुझे कोई आपत्ति नहीं है वह देश के अंदर जो कुछ भी करते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रीय राजनीति को देश से बाहर ले जाना राष्ट्रहित में है। उन्होंने कहा, अगर आप देखें जो ये पूरा नैरेटिव बना है और जब ये नैरेटिव देश में नहीं चलता या कम चलता है तो इसको बाहर ले जाते हैं और उनकी अपेक्षा है कि बाहर का सपोर्ट है वो देश में चलेगा। विदेश मंत्री कहते हैं कि राहुल कहां जाते हैं, क्या करते हैं किससे मिलते हैं इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता लेकिन वो कैमरे पर ये जरूर कहते हैं कि राहुल व्हाइट हाउस में क्यों गए ये उन्हीं से पूछिए। राहुल गांधी कहां जा रहे हैं ये उनकी खुद की कॉल है मुझे इसमें इन्वॉल्व होने की ज़रुरत ही नहीं है सच बताऊं तो मुझे ये भी नहीं पता कि वहां पर उन्होंने क्या किया क्या नहीं किया।