BJP attacks on opposition: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विपक्ष द्वारा लगाए गए प्रतिशोध की राजनीति के आरोपों को मंगलवार को खारिज किया। भाजपा ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि विपक्ष के कुछ नेताओं पर लगे करप्शन के आरोप ‘‘तथ्यों और साक्ष्यों’’ पर आधारित हैं। पार्टी ने कहा कि लोगों का पैसा ऐंठने वालों को खुला नहीं घूमने दिया जाएगा। BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने सरकार पर लगे राजनीतिक प्रतिशोध के आरोपों को लेकर विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने शिवसेना सांसद संजय राउत पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों, तृणमूल कांग्रेस(TMC) के नेता पार्थ चटर्जी की करीबी के पास से भारी मात्रा में नकदी जब्त होने और AAP के नेता सत्येंद्र जैन पर लगे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों पर बात की।
"वे बड़े नेता हैं, क्या इसलिए उन्हें खुला घूमने दिया जाए"
पात्रा ने कहा, ''वे बड़े नेता हैं, क्या इसलिए उन्हें खुला घूमने दिया जाए? उन पर लगे आरोप तथ्यों और सबूतों पर आधारित हैं, बयानबाजी पर नहीं। विपक्ष को भ्रष्टाचार का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।'' पात्रा ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि भाजपा नीत सरकार कभी भी संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन नहीं करेगी और न ही जांच एजेंसियों के कामकाज में दखल देगी। उन्होंने कहा, ''लेकिन हम भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करते। जिसने भी जनता के पैसे ऐंठे हैं, उसे बख्शा नहीं जाएगा।''
MHADA ने 2018 में किया था मामला दर्ज
पात्रा ने कहा कि राउत 2007 में 47 एकड़ के भूखंड की पुनर्विकास परियोजना से संबंधित लगभग 1,040 करोड़ रुपये के घोटाले में आरोपी हैं। इस संबंध में महाराष्ट्र आवास एवं विकास प्राधिकरण (MHADA) ने 2018 में मामला दर्ज किया था। पात्रा ने पूछा कि क्या ईडी को उनके खिलाफ इसलिए कार्रवाई नहीं करनी चाहिए क्योंकि वह नेता हैं? उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने तब भी हंगामा किया था जब फरवरी में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने उन पर लगे आरोपों की गंभीरता को देखते हुए उन्हें जमानत नहीं दी और वह जेल में हैं। गौरतलब है कि विपक्ष मोदी सरकार पर संघीय एजेंसियों, विशेष रूप से ईडी का ''दुरुपयोग'' कर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाता रहा है।
Latest India News