लोकसभा में अमृतपाल सिंह की पैरवी कर घिरे चरणजीत सिंह चन्नी, बीजेपी ने कांग्रेस से मांगा जवाब
आपातकाल और अमृतपाल सिंह पर लोकसभा में दिए गए अपने बयान पर कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, "मैंने गरीबों, किसानों के बारे में बात की कि कैसे किसानों को MSP पर वादा पूरा नहीं किया जा रहा है।
नई दिल्लीः कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में कहा कि एक निर्वाचित सांसद को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत जेल में रखा जाना ‘अघोषित आपातकाल’ है जिस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा कि चन्नी जेल में बंद चरमपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह का जिक्र कर रहे थे और इससे साबित होता है कि कांग्रेस खालिस्तानियों के साथ है। वहीं, कांग्रेस ने कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के संदर्भ में अपने सांसद चरणजीत सिंह चन्नी की टिप्पणी से दूरी बनाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यह उनकी निजी राय है और यह पार्टी का रुख नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने लगाया ये आरोप
लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग 1975 के आपातकाल की बात करते हैं लेकिन इस समय देश में ‘आर्थिक आपातकाल’ और ‘अघोषित आपातकाल’ लगा है। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘यह आपातकाल ही है कि पंजाब में 20 लाख मतदाताओं द्वारा निर्वाचित एक संसद सदस्य को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत निरुद्ध रखा गया है। वह यहां अपने क्षेत्र के लोगों की बात नहीं रख सकते। यह भी आपातकाल है।
बीजेपी ने साधा चन्नी पर निशाना
चन्नी ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन भाजपा नेताओं ने दावा किया कि कांग्रेस सांसद खडूर साहिब लोकसभा से निर्वाचित हुए अमृतपाल सिंह का जिक्र कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि संसद के अंदर दिए गए कांग्रेस सांसद चन्नी के बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले खालिस्तानियों को आज चन्नी से खुला समर्थन मिला। इसका मतलब है कि कांग्रेस खालिस्तानियों के साथ है। यह भारत की अखंडता पर हमला है। मेरा कहना है कि कार्रवाई होनी चाहिए।
बीजेपी ने कांग्रेस से मांगा जवाब
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ‘एक्स’ पर कहा कि कांग्रेस को जवाब देना होगा कि क्या पार्टी खालिस्तान के विचार का समर्थन करती है जिस विचार की वजह से 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस हमेशा अलगाववादियों और आतंकवादियों का समर्थन क्यों करती है? याकूब, अफजल, 26/11 के जिहादी और अब ‘के’ आतंकवादी?’’
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने चन्नी को कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘आज चन्नी, जिनकी चवन्नी की हैसियत नहीं है, आतंकवादियों के समर्थन में बोल रहे हैं और उन्हें महिमामंडित कर रहे हैं। वह कनाडा से राष्ट्र-विरोधी तत्वों के इशारे पर काम कर रहे हैं। चन्नी ने लोकसभा में अपने भाषण में यह भी कहा कि हजारों किसानों को भाजपा द्वारा खालिस्तानी कहा जाता है, यह भी आपातकाल है।
इनपुट-भाषा