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भाजपा और अन्नाद्रमुक का गठबंधन के अन्नामलाई के कारण टूटा, पूर्व राज्य मंत्री एसपी वेलुमणि ने दिया बयान

ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) नेता और पूर्व राज्य मंत्री एसपी वेलुमणि ने कहा कि के अन्नामलाई के कारण लोकसभा चुनाव से पहले दोनों के संबंध खराब हुए। अगर दोनों दलों के बीच गठबंधन होता तो वह 30-35 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती थीं।

BJP and AIADMK alliance broke due to K Annamalai former state minister SP Velumani gave a statement- India TV Hindi Image Source : PTI भाजपा और अन्नाद्रमुक का गठबंधन अन्नामलाई के कारण टूटा

ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) नेता और पूर्व राज्य मंत्री एस पी वेलुमणि ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के अन्नामलाई को लोकसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के संबंधों में दरार के लिए जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि अगर चुनावी गठबंधन बरकरार रहता तो वह 30-35 सीटें जीत सकता था। अन्नामलाई ने उनके तर्क को खारिज कर दिया लेकिन पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने वेलुमणि का समर्थन किया। द्रमुक गठबंधन ने भाजपा और अन्नाद्रमुक दोनों को हराकर सभी 39 सीटें जीत लीं। तमिलिसाई ने चेन्नई में संवाददाताओं से कहा, "उन्होंने (वेलुमणि ने) जो कहा वह सही है, यदि भाजपा और अन्नाद्रमुक का गठबंधन होता तो द्रमुक सभी सीटें नहीं जीत पाती।" 

गठबंधन से हटने का अहम कारण थे अन्नामलाई: एसपी वेलुमणि

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "यह चुनावी अंकगणित है। गठबंधन एक राजनीतिक रणनीति है। यह (वेलुमणि का विचार) यथार्थवादी है और इसे स्वीकार किया जाना चाहिए। वहीं अन्नामलाई ने वेलुमणि के इस तर्क पर सवाल उठाया और आश्चर्य जताते हुए कहा कि यह तर्क कैसे स्वीकार किया जा सकता है, जब अन्नाद्रमुक अपने दम पर एक भी सीट जीतने में विफल रही।" वेलुमणि ने संवाददाताओं से कहा कि अन्नाद्रमुक ने गठबंधन धर्म का पालन किया लेकिन अन्नामलाई ने सी एन अन्नादुरई, जे जयललिता और यहां तक ​​कि एडप्पादी के पलानीस्वामी सहित अन्नाद्रमुक नेताओं की अनावश्यक आलोचना की। वेलुमणि ने कहा, "अन्नामलाई ने ही ज़्यादा टीका-टिप्पणी की, हमने नहीं। गठबंधन से हटने का कारण वही थे।" उन्होंने कहा कि उनका मानना ​​है कि "अगर भाजपा हमारे साथ गठबंधन में होती, तो गठबंधन 30-35 सीटें जीत सकता था।" 

अन्नामलाई को बंद कर देनी चाहिए अन्नाद्रमुक की अलोचना

उन्होंने कहा कि तमिलिसाई सुंदरराजन और एल मुरुगन जैसे नेताओं ने भाजपा का नेतृत्व करते हुए कभी भी अन्नाद्रमुक के नेताओं का अपमान नहीं किया। वेलुमणि ने कहा कि कम से कम अब अन्नामलाई को अन्नाद्रमुक की आलोचना बंद कर देनी चाहिए और चुनाव के दौरान लोगों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने दावा किया कि अन्नामलाई को भाजपा नेता सी पी राधाकृष्णन से भी कम वोट मिले जिन्होंने इससे पहले चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा, "हमने सबक सीखा है। हम कड़ी मेहनत करेंगे और 2026 के विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक की जीत सुनिश्चित करेंगे।" उनकी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए अन्नामलाई ने संवाददाताओं से कहा कि वेलुमणि ने गलत तथ्य बताए हैं। 

(इनपुट-भाषा)

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