जब MLA ने विधानसभा में बजाई सिटी, मंत्री बोले- किसी फिल्म की शूटिंग...
विधानसभा स्पीकर ने गुरुवार को भी बालकृष्ण को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि वह इसे अपनी पहली गलती मानते हुए बालकृष्ण पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। बालकृष्ण की हरकतों का सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी ने कड़ा विरोध जताया था।
अमरावती: आंध्र प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) विधायक और टॉलीवुड अभिनेता एन. बालकृष्ण द्वारा पार्टी सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में सीटी बजाने के कारण हंगामा हुआ। बालकृष्ण, जिन्होंने गुरुवार को सदन में अपनी मूंछें घुमाकर और अपनी जांघों पर थप्पड़ मारकर विवाद खड़ा कर दिया था, ने विरोध स्वरूप सीटी बजाई। एक अन्य विधायक जी. राममोहन को भी सीटी बजाते देखा गया। स्पीकर थम्मिनेनी सीताराम ने विधायकों की हरकत को गंभीरता से लिया और मार्शलों को सीटियां छीनने का निर्देश दिया। हालांकि, विधायकों ने उनके प्रयासों का विरोध किया।
सदन के वेल में आकर नारे लगाने लगे विधायक
जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, टीडीपी के सदस्य नायडू की गिरफ्तारी पर बहस की मांग करने लगे। जब अध्यक्ष ने उनके स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, तो वे सदन के वेल में आ गये और नारे लगाने लगे। तख्तियां लेकर विपक्षी विधायकों ने मांग की कि चंद्रबाबू नायडू को रिहा किया जाए और कथित कौशल विकास घोटाले में उनके खिलाफ दर्ज किया गया 'झूठा' मामला वापस लिया जाए। उन्होंने 'साइको शासन' को ख़त्म करने के लिए नारे लगाए।
TDP के दो विधायक सस्पेंड
मंत्री बी. राजेंद्रनाथ रेड्डी और अंबाती रामबाबू ने टीडीपी सदस्यों के विरोध पर आपत्ति जताई। रामबाबू, जो अपनी शर्ट पर मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी का स्टिकर लगाए हुए थे, ने कहा कि वे मुख्यमंत्रियों और उनके शासन के बारे में कोई भी बुरा शब्द बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने टीडीपी सदस्यों को कौशल विकास पर बहस में भाग लेने की सलाह दी। हंगामा जारी रहने पर स्पीकर ने टीडीपी के दो विधायकों के. अत्चन्नायडू और बी. अशोक को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया। अत्चन्नायडू टीडीपी की आंध्र प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी हैं। बालकृष्ण, जो अपने साथ एक सीटी लाए थे, उसे बजाना शुरू कर दिया। हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
बालकृष्ण को स्पीकर ने दी थी चेतावनी
गुरुवार को इसी तरह के विरोध प्रदर्शन के दौरान स्पीकर ने तीन विधायकों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया था। टीडीपी के अन्य विधायकों को दिन भर के लिए निलंबित कर दिया गया। स्पीकर ने गुरुवार को बालकृष्ण को चेतावनी भी दी थी। उन्होंने कहा कि वह इसे अपनी पहली गलती मानते हुए बालकृष्ण पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। बालकृष्ण की हरकतों का सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी ने कड़ा विरोध जताया था। मंत्री अंबाती रामबाबू ने उनसे कहा था कि वह विधानसभा में हैं और किसी फिल्म की शूटिंग नहीं कर रहे हैं।
अभिनेता, जो नायडू के बहनोई हैं, ने कहा था कि वाईएसआरसीपी विधायकों ने उनके पेशे के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करके उन्हें उकसाया था। इससे पहले विधायक पदयात्रा करते हुए विधानसभा पहुंचे। वे तख्तियां लिये हुए थे। तख्तियों पर 'आंध्र प्रदेश में लोकतंत्र बचाओ' और 'यह लोकतंत्र का काला दिन है' लिखा हुआ था। (इनपुट- IANS)
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