ओवैसी का नीतीश कुमार पर बड़ा हमला, कहा- 'खुद कभी इधर गुलाटी मारते हैं तो कभी उधर, और मुझे...'
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नीतीश कुमार खुद को सेकुलर कहते हैं, लेकिन जब बिहार में रामनवमी पर हिंसा हुई। मदरसे और मस्जिदों को निशाना बनाया गया तो सेकुलरिज़्म के सारे चौधरी खामोश हो गए।
नई दिल्ली: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे नेताओं पर एक दूसरे पर हमले तेज हो रहे हैं। सत्ता पक्ष के नेता विपक्ष पर हमलावर हैं तो विपक्ष के नेता सत्ता पक्ष के नेताओं पर हमलावर हैं वहीं इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आज सबसे ज़बरदस्त अटैक ओवैसी ने किया। AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी आज सीधे-सीधे कहा कि नीतीश कुमार कभी इधर गुलाटी मारते हैं, कभी उधर गुलाटी मारते हैं और ओवैसी को बीजेपी का एजेंट बताते हैं।
खुद को सेकुलर कहते हैं नीतीश कुमार - ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि नीतीश कुमार खुद को सेकुलर कहते हैं, लेकिन जब बिहार में रामनवमी पर हिंसा हुई। मदरसे और मस्जिदों को निशाना बनाया गया तो सेकुलरिज़्म के सारे चौधरी खामोश हो गए। ओवैसी ने कहा कि नीतीश कुमार से मैंने कुछ वाजिब सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने जवाब देने की बजाय मुझ पर सवाल उठा दिए। ओवैसी ने कहा कि क्या अब मुझे नीतीश कुमार से सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा?
असदुद्दीन ओवैसी आज हैदराबाद की मस्जिद-ए-उमर फारूक में एक प्रोग्राम में बोल रहे थे। ओवैसी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जो कुछ हुआ, वो सबके सामने है। बिहार की तस्वीरें सबने देखी हैं, लेकिन हैदराबाद में जो हुआ, वो हैरान करने वाला था। ओवैसी ने कहा कि हैदराबाद के एक जुलूस में नाथूराम गोडसे की तस्वीर लहराई गई। लोगों ने गोडसे की तस्वीर लेकर सड़क पर डांस किया, लेकिन पुलिस देखती रही। कुछ नहीं किया गया।
मुसलमानों को सिर्फ और सिर्फ धोखा दिया गया - ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को सिर्फ और सिर्फ धोखा दिया गया है। सेकुलरिज्म के नाम पर उन्हें ठगा गया। किसी ने उनका साथ नहीं दिया क्योंकि उन्हें सिर्फ वोट बैंक समझा गया। ओवैसी ने कहा कि यादवों का अपना लीडर है। ब्राह्मणों का अपना लीडर है। मराठा का अपना लीडर है। हर कम्युनिटी के लोगों का लीडर है, लेकिन मुसलमानों का कोई लीडर नहीं है। मुस्लिम कम्यूनिटी के लोगों को ये बात समझनी चाहिए। ओवैसी ने आज नीतीश पर निशाना साधा तो बीजेपी, कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना और उद्धव ठाकरे की पार्टी पर भी अटैक किया। ओवैसी ने कहा कि 6 दिसंबर कराने वाले तब चुप थे, जब औरंगाबाद में AIMIM का MP मंदिर को बचाने के लिए दो घंटे खड़ा रहा और अमित शाह कहते हैं कि मैं गड़बड़ी फैलाने वालों को उल्टा लटका दूंगा।
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