लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उन्हें खरमास के बाद किसी भी समय उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में शामिल किया जा सकता है। बता दें कि 'खरमास' महीने भर की एक अवधि को कहते हैं जिसे कई हिंदू अशुभ मानते हैं। खरमास 15 जनवरी को समाप्त हो रहा है ऐसे में माना जा रहा है कि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले योगी सरकार का कैबिनेट विस्तार हो सकता है। बता दें कि ओम प्रकाश राजभर का यह बयान दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के एक दिन बाद आया है।
योगी कैबिनेट में फेरबदल की खबरें हुईं तेज
राजभर के शाह से मिलने के तुरंत बाद पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान, जो कि नोनिया जाति के एक ओबीसी नेता हैं, ने भी केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की। दोनों की मुलाकात के बाद योगी कैबिनेट में फेरबदल की खबरें तेज हो गईं। हालांकि, उत्तर प्रदेश बीजेपी के सूत्रों की मानें तो हो सकता है कि राजभर का दोबारा योगी कैबिनेट में मंत्री बनने का 'सपना' सिर्फ ख्वाब बनकर ही रह जाए। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि खरमास के बाद कैबिनेट में फेरबदल की संभावना नहीं है, क्योंकि तब तक राम मंदिर के उद्घाटन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी होगी और मुख्यमंत्री के पास एक पल भी नहीं बचेगा।
राम मंदिर जाने के सवाल पर दिया ये जवाब
BJP पदाधिकारी ने कहा कि पर्यटकों की भीड़ समेत अन्य घटनाएं सरकार को अगले एक महीने तक तनाव में रखेंगी। इस बीच, जब ओम प्रकाश राजभर से पूछा गया कि क्या उन्हें राम मंदिर उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है, तो उन्होंने कहा, ‘हम लोग रहेंगे’, लेकिन उन्होंने पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि क्या उन्हें वास्तव में आमंत्रित किया गया है। बता दें कि जहूराबाद विधानसभा से विधायक राजभर ने 2022 में एक बयान में कहा था कि क्या राम मंदिर के निर्माण से गरीब और पिछड़े बच्चों को शिक्षा मिलेगी? उन्होंने बीजेपी से मंदिर की बजाय स्कूलों पर फोकस करने की सलाह दी थी। (IANS)
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