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Hindi News भारत राजनीति आंध्र प्रदेश: CM जगन की टिप्पणी से बहन वाईएस शर्मिला के छलके आंसू, भाई की आलोचना करते हुए कही ये बात

आंध्र प्रदेश: CM जगन की टिप्पणी से बहन वाईएस शर्मिला के छलके आंसू, भाई की आलोचना करते हुए कही ये बात

शर्मिला ने कहा कि ना ही मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है और ना ही धन की महत्वाकांक्षा है। मैंने जो भी किया अपने भाई जगन के लिए किया। इस दौरान शर्मिला भावुक हो गईं।

Andhra Pradesh- India TV Hindi Image Source : INDIA TV VIDEO SCREENGRAB वाईएस शर्मिला के छलके आंसू

अमरावती: आंध्र प्रदेश की राजनीति में बहन और भाई के बीच का हाई प्रोफाइल विवाद सामने आया है। दरअसल सीएम जगन की बहन वाईएस शर्मिला ने अपने भाई द्वारा दिए गए बयान की आलोचना की है। इस दौरान वह भावुक भी हो गईं।

क्या है पूरा मामला? 

शुक्रवार को कडप्पा स्थित कांग्रेस पार्टी कार्यालय में आयोजित मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान शर्मिला भावुक हो गईं। दरअसल इससे पहले एक इंटरव्यू में जगन ने कहा था कि शर्मिला राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण उन्हें छोड़कर चली गईं।

इस पर शर्मिला ने कहा, जब जगन को गिरफ्तार किया गया तो क्या जगन ने ही उनसे खुद को प्रमोट करने के लिए नहीं कहा था? तेलंगाना में ओदारपु यात्रा, क्या 2019 के चुनाव में 'बाय बाय बाबू' का प्रचार करने वाली मैं नहीं थी?  

शर्मिला ने कहा, 'अगर मेरी राजनीतिक महत्वाकांक्षा होती तो मैं वाईएसआरसीपी पर कब्जा कर सकती थी, उस समय जगन जेल में थे। क्या मैं वही नहीं हूं जो अपने बच्चों और परिवार को छोड़कर आपके लिए सड़कों पर पैरों में पहिये लगाकर घूमी? क्या वह मैं नहीं थी जिसने जेल में रहते हुए पार्टी को बचाया? अगर मेरी राजनीतिक आकांक्षाएं होतीं तो मैं जिद करके पार्टी में पद हासिल कर लेती।'

मैंने सब कुछ भाई के लिए किया: शर्मिला

शर्मिला ने कहा, 'क्या जगन ईमानदारी से मानते हैं कि मुझमें राजनीतिक आकांक्षाएं और पैसे का जुनून है? क्या ये कहना चाहेंगे कि जब तक जगन मुख्यमंत्री नहीं बने, तब तक मुझमें कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा और पैसे का जुनून नहीं था। उस वक़्त मैंने जो कुछ भी किया, मैंने अपने भाई के लिए किया।'

शर्मिला ने कहा कि उन्होंने वाईएसआर के कल्याणकारी  कामों को बहाल करने के लिए काम किया। मैं बाइबिल पर कसम खाकर कह सकती हूं कि कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है। धन की महत्वाकांक्षा नहीं है। तुमने (जगन) ही मां से चुनाव से पहले वायदा किया था कि बहन को एमपी बनाऊंगा।

शर्मिला ने कहा कि मां ने कई बार ये बात तुम्हें (जगन) याद दिलाई लेकिन मैंने कभी नहीं पूछा। बिना किसी आशा के, मैंने आपके लिए किया। यह सच है। मैं यह बाइबिल की शपथ लेती हूं। क्या आप इसे बाइबिल पर रखकर कहेंगे?

शर्मिला ने कहा कि जगन को वाईएसआर से आदमी को आदमी के रूप में देखने की सीख क्यों नहीं मिली? मैंने कभी भी एक दिन के लिए एक पैसा भी नहीं मांगा। जब मेरे पिता वाईएसआर के मुख्यमंत्री थे, तब भी उन्हें पैसे की उम्मीद नहीं थी। मैंने अपने पति से कोई मदद भी नहीं मांगी। क्या जगन वह साबित करेंगे जो हमने पूछा था? शर्मिला ने कहा कि राजशेखर रेड्डी के बेटे के तौर पर जगन असफल रहे।

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