नई दिल्ली: पंजाब के अमृतपाल सिंह की शहादत को लेकर कांग्रेस ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया है और अग्निवीर भर्ती को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस ने एक्स पर कहा, 'पंजाब के रहने वाले अमृतपाल सिंह अग्निवीर के तौर पर सेना में भर्ती हुए। वो कश्मीर में तैनात थे, 10 अक्टूबर को गोली लगने से वे शहीद हो गए। दुखद ये है कि देश के लिए शहीद होने वाले अमृतपाल जी को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई भी नहीं दी गई।'
कांग्रेस ने कहा, 'उनका पार्थिव शरीर एक आर्मी हवलदार और दो जवान लेकर आए। इसके अलावा आर्मी की कोई यूनिट तक नहीं आई। यहां तक कि उनके पार्थिव शरीर को भी आर्मी वाहन के बजाए प्राइवेट एंबुलेंस से लाया गया। ये देश के शहीदों का अपमान है।'
सुप्रिया श्रीनेत ने साधा निशाना
इस वीडियो को कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा, 'पंजाब के 19 वर्षीय अमृतपाल सिंह अग्निवीर के तौर पर सेना में भर्ती हुए। कश्मीर में 10 अक्टूबर को गोली लगने से वे शहीद हो गए। यहां उनकी बहनें कंधा दे रही हैं। इनके लिए ना सैन्य सम्मान ना आर्मी की कोई यूनिट। वो शहीद हैं पर ये अग्निवीर योजना की असलियत है।'
भारतीय सेना ने जवान की मौत को लेकर कही ये बात
भारतीय सेना ने इस मामले पर अपना पक्ष रखा है। भारतीय सेना ने कहा कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, अग्निवीर अमृतपाल सिंह की राजौरी सेक्टर में संतरी ड्यूटी के दौरान खुद को लगी बंदूक की गोली से चोट लगने के कारण मृत्यु हो गई। अधिक विवरण सुनिश्चित करने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी जारी है। मृतक के पार्थिव शरीर को एक जूनियर कमीशंड अधिकारी और चार अन्य रैंक के लोगों के साथ, अग्निवीर की यूनिट द्वारा किराए पर ली गई एक सिविल एम्बुलेंस में ले जाया गया। अंतिम संस्कार में उनके साथ सेना के जवान भी शामिल हुए।
मृत्यु का कारण खुद को पहुंचाई गई चोट है, मौजूदा नीति के अनुसार कोई गार्ड ऑफ ऑनर या सैन्य अंतिम संस्कार प्रदान नहीं किया गया था। भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है।
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