Amit Shah: अमित शाह की मंत्रियों को दो टूक, बोले- समझ लें, संगठन है तो सरकार है
Amit Shah: अमित शाह ने बैठक में कहा कि सभी को यह समझ लेना चाहिए कि संगठन है तो सरकार है। इसलिए मंत्री पद की जिम्मेदारियों और दायित्वों से बिना कोई कंप्रोमाइज किए संगठन के काम को भी पूरा करना सबका दायित्व है।
Amit Shah: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बीजेपी मुख्यालय में बुलाई गई अहम बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी मंत्रियों को दो टूक शब्दों में संगठन के कामकाज को प्राथमिकता देने की नसीहत देते हुए कहा कि संगठन है तो सरकार है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी संगठन की ओर से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कई मंत्रियों की ओर से लोकसभा क्षेत्र में जाकर प्रवास नहीं करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अमित शाह ने बैठक में कहा कि सभी को यह समझ लेना चाहिए कि संगठन है तो सरकार है। इसलिए मंत्री पद की जिम्मेदारियों और दायित्वों से बिना कोई कंप्रोमाइज किए संगठन के काम को भी पूरा करना सबका दायित्व है। यानी शाह ने यह साफ-साफ सभी मंत्रियों को कह दिया कि मंत्री पद और संगठन, दोनों का दायित्व निभाना उनका कर्तव्य है। बैठक में अच्छा काम करने वाले मंत्रियों की तारीफ भी की गई।
'2019 के चुनाव में पार्टी को हारी हुई 30% सीटों पर जीत मिली थी'
अमित शाह ने ज्यादा से ज्यादा हारी हुई सीटों को जीतने का लक्ष्य रखते हुए कहा कि 2019 के चुनाव में पार्टी को हारी हुई 30 प्रतिशत सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव में इसे 50 प्रतिशत तक पहुंचाना है। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हारी हुई 144 सीटों पर बीजेपी इस बार खास तैयारी कर रही है। विभिन्न राज्यों की इन 144 लोकसभा सीटों में वो सीटें शामिल हैं जिन पर पिछले चुनाव में बीजेपी का उम्मीदवार दूसरे या तीसरे स्थान पर रहा था या जिन पर कभी न कभी बीजेपी को जीत हासिल हुई थी, लेकिन 2019 में पार्टी वहां से जीत नहीं पाई।
'जमीन पर मजबूत संगठन नहीं होगा तो पार्टी को फायदा भी नहीं होगा'
सूत्रों के मुताबिक, 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बैठक में शीर्ष नेतृत्व की तरफ से यह कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे लोकप्रिय नेता हैं, उनके नाम पर चुनाव जीतना आसान है, लेकिन अगर जमीन पर मजबूत संगठन नहीं होगा तो पार्टी को फायदा भी नहीं होगा। बताया जा रहा है कि इन 144 सीटों पर मंत्रियों के प्रवास का दूसरा चरण अगले महीने यानी अक्टूबर से शुरू होकर जनवरी 2023 तक चलेगा।
यही मंत्री अपने जिम्मेदारी वाले लोकसभा क्षेत्रों में इस अवधि के दौरान दोबारा प्रवास करेंगे, इलाके में रात्रि विश्राम करेंगे, स्थानीय कार्यकर्ता के घर पर भोजन करेंगे और सीट जीतने को लेकर जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद भी करेंगे। मंत्रियों को इन सीटों पर संभावित मजबूत उम्मीदवारों का नाम भी बताने को कहा गया है।