'2019 में मैं चाहता था कि मायावती देश की पीएम बनें, लेकिन...', इंडिया टीवी से बोले अखिलेश यादव
इंडिया गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि कई बार परिस्थितियों को लेकर रणनीति बदलनी पड़ती है। बीजेपी को परास्त करने के लिए सभी विपक्षी दलों को साथ आना पड़ेगा।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार मुख्य लड़ाई एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच नजर आ रही है। वहीं उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच जंग चल रही है। इंडिया टीवी संवाद कार्यक्रम में आए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी इच्छा थी कि 2019 में मायावती देश की प्रधानमंत्री बनें।
मवायती को पीएम बनाना थी मेरी इच्छा- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हमारा गठबंधन मायावती की बहुजन समाज पार्टी के साथ हुआ था। हम दोनों दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा। समाजवादी पार्टी और हमारी इच्छा थी कि मायावती देश के सबसे ताकतवर पद पर बैठें। वह देश की प्रधानमंत्री बनें, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। नियति को यह मंजूर नहीं था।
'बसपा की शून्य सीटें थीं और वह 10 सीटों पर जीत गए'
वहीं मायावती के गठबंधन में आने से उनकी पार्टी को नुकसान होने वाले बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी बात को आंकड़े गलत बताते हैं। 2019 के परिणाम देख लीजिए। बसपा की शून्य सीटें थीं और वह 10 सीटों पर जीत गए। इसलिए वह इस आधार पर कह सकती हैं कि उन्हें गठबंधन में आने से नुकसान होता है। असल में वह गठबंधन में आने से ही अपनी लाज बचा सकी थीं।
'इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारा जल्द ही हो जाएगा'
वहीं गठबंधन में हो रहे सीट बंटवारे की देरी में उन्होंने ने कहा कि हालांकि अभी इसमें कुछ देरी हो रही है। लेकिन मुझे भरोसा है कि सीट बंटवारा जल्द ही हो जाएगा और अहम पूरी ताकत से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराएंगे और केंद्र से उनकी सरकार को हटाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेता आपस में बैठकर सभी मसलें सुलझा लेंगे।
बीजेपी वाले केवल नकल करना जानते हैं- सपा प्रमुख
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की सरकार केवल और केवल नाम बदलने में भरोसा करती है। इन्होंने कोई भी ऐसा काम नहीं किया जो वह गिनवा सकें। आज वह समाजवादी पार्टी की सरकार के कामों को अपना बता रही है। हमने लखनऊ में मेट्रो चलाई। कानपुर और वाराणसी जैसे शहरों में मेट्रो का प्लान बनाया। आज केवल और केवल यह इसे अपना नाम देने में जुटे हैं। यह हमारी सरकार के कामों की नकल करते हैं लेकिन इसमें भी ये लोग कई भूल कर जाते हैं और जनता इनकी नकल पकड़ लेती है।