नई दिल्ली : कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे अजय आलोक ने अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। अजय आलोक पहले जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता थे। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत जनता दल यूनाइटेड से ही की थी। अजय आलोक को पिछले साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मतभेद के चलते पार्टी से निकाल दिया गया था।
मैं अपने परिवार में ही आया हूं-आलोक
अजय आलोक आज केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, पीयूष गोयल, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए। उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भाजपा में आकर मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं अपने परिवार में ही आया हूं जिसके मुखिया मोदी जी हैं। अगर मेरा एक प्रतिशत योगदान भी मोदी विज़न में हो सका तो यह मेरे लिए गर्व की बात होगी।
ये सही है कि नीतीश पलटीमार हैं-आलोक
नीतीश कुमार के बारे में अजय आलोक ने कहा- 'नीतीश कुमार को बहुत लोग पलटीमार कहते हैं जो बिल्कुल सही है। उन्होंने ही 87 साल बाद जेल मैन्युअल में संशोधन किया था और यह क्लॉज डाला था कि अगर सरकारी सेवक की हत्या होगी तो उसे कभी रिहा नहीं किया जाएगा...अब आनंद मोहन और बाकी कैदियों को उन्हें रिहा करना था इसलिए उन्होंने संशोधन किया।'
पिछले साल जेडीयू से दिया था इस्तीफा
अजय आलोक प्रवक्ता के तौर पर विरोधियों पर तीखा हमला करते थे। अजय आलोक को कभी जनता दल यूनाइटेड की तरफ से एमपी, एमएलए या एमएलसी का टिकट तो नहीं मिला लेकिन विभिन्न मंचों पर वे प्रवक्ता के रूप में पार्टी राय पुरजोर तरके से रखते रहे। लालू प्रसाद की विचारधारा के कड़े विरोधी रहे अजय आलोक आरजेडी पर अक्सर तीखा हमला करते रहे। 2022 के अगस्त में जब नीतीश कुमार एनडीए से अलग हुए उस समय से अजय आलोक नाराज चल रहे थे। पार्टी नेतृत्व की ओर से उनपर आरसीपी सिंह का करीबी होने का आरोप लगाकर इस्तीफा मांगा गया था। अजय आलोक ने उसी समय पार्टी छोड़ दी थी।
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