'जनता दर्शन' में मदद की गुहार लेकर आई थी एसिड अटैक पीड़िता, सिद्धारमैया ने किया नौकरी देने का एलान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ‘जनता दर्शन’ के दौरान मदद की गुहार लेकर आई एक एसिड अटैक पीड़िता को नौकरी देने का निर्देश दिया है।
बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को एक एसिड अटैक पीड़िता को नौकरी देने का एलान किया। पीड़िता मुख्यमंत्री आवास पर 'जनता दर्शन' के दौरान अपने माता-पिता के साथ मदद की गुहार लेकर आई थी। उनकी व्यथा सुनने के बाद सिद्धारमैया ने मौके पर ही युवती को नौकरी देने के निर्देश दिए। 23 साल की पीड़िता पोस्ट ग्रेजुएट है और उसके सिरफिरे आशिक ने 28 अप्रैल 2022 को उस पर तेजाब डाल दिया था। युवती के माता-पिता ने बताया कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से नौकरी के लिए अनुरोध किया था लेकिन उनकी तरफ से केवल आश्वासन मिला।
एसिड अटैक में 35 फीसदी जल गई थी लड़की
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर युवती की नियुक्ति के निर्देश दिये हैं। इस एसिड अटैक केस में कर्नाटक पुलिस ने कोर्ट में 770 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। युवती को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसे कई सर्जरी से गुजरना। घटना के दिन हमलावर नागेश बेंगलुरु के सुंकादाकट्टे में लड़की के ऑफिस के पास एक ऑटो में इंतजार कर रहा था, और लड़की के नजर आते ही उसने उसका पीछा कर उस पर तेजाब डाल दिया। इस एसिड अटैक में लड़की 35 प्रतिशत जल गई थी।
पीड़िता के साथ स्कूल में पढ़ता था आरोपी
पुलिस ने कहा कि आरोपी कक्षा 10 में पीड़िता के साथ एक ही स्कूल में पढ़ता था। लड़की ने जब उसका प्रपोजल रिजेक्ट कर दिया तो उसने उस पर तेजाब फेंक दिया। आरोपी नागेश लापता हो गया था और भगवा वस्त्र में एक साधू वेश बनाकर पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा था। पुलिस भी भक्तों के वेश में आश्रम में दाखिल हुई और घटना के 16 दिन बाद कामाक्षीपाल्या पुलिस ने उसे तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई शहर से पकड़ लिया। जब उसने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी थी। हमलावर को पकड़ने के लिए कर्नाटक पुलिस ने 10 विशेष टीमों का गठन किया था।
काटना पड़ सकता है आरोपी का पैर
सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक में न्यायिक हिरासत में नागेश को गैंगरीन हो गया है और आशंका है कि उसका पैर काटना पड़ेगा। नागेश फिलहाल जेल अस्पताल में है जहां उसके गैंगरीन का इलाज चल रहा है। पीड़िता ने मीडिया से कहा कि भगवान ने तो उसे सजा दे दी है, लेकिन अदालत की तरफ से सजा मिलनी अभी बाकी है। उसने कहा, ‘मेरी जिंदगी पहले जैसी नहीं रही, यह बहुत बदल गई है। मुझे कई सर्जरी की जरूरत है जिसके लिए मैं अक्सर अस्पतालों के चक्कर लगाती रहती हूं। भगवान ने उसे सजा दी है।’ (IANS)