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Hindi News भारत राजनीति आप की अदालत: 'राजनीतिक आकलन करने वाले भगवान नहीं', जानिए ऐसा क्यों बोले प्रशांत किशोर?

आप की अदालत: 'राजनीतिक आकलन करने वाले भगवान नहीं', जानिए ऐसा क्यों बोले प्रशांत किशोर?

चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के समन्वयक प्रशांत किशोर को राजनीति का धुरंधर माना जाता है। चुनावी परिणाम आने से पहले प्रशांत किशोर का आकलन सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन जाता है।

आप की अदालत में प्रशांत किशोर- India TV Hindi Image Source : INDIA TV आप की अदालत में प्रशांत किशोर

इस बार 'आप की अदालत कार्यक्रम' में चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के समन्वयक प्रशांत किशोर शामिल हुए। प्रशांत किशोर से इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने धारदार सवाल किए। प्रशांत किशोर ने राजनीति से जुड़े सभी सवालों के अपने अंदाज में जवाब दिया।

अपने आकलन पर क्या बोले प्रशांत किशोर?

आप की अदालत कार्यक्रम में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने माना कि इस बार बीजेपी के 300 लोकसभा सीटें जीतने का उनका आकलन गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा, 'राजनीतिक आकलन करने वाले भगवान नहीं होते हैं।'

6 आकलनों में एक गलत साबित हुआ

प्रशांत किशोर ने इसका कारण बताते हुए कहा, 'लोकसभा चुनाव को लेकर मेरे 6 आकलनों में से एक गलत साबित हुआ। बीजेपी का वोट शेयर 36 प्रतिशत रहा, हालांकि इसमें 0.7 प्रतिशत की गिरावट आई। मेरा आकलन था कि बीजेपी को 300 सीटें मिलनी चाहिए थीं, लेकिन केवल 240 सीटों पर जीत हासिल हुई।'

2024 में पीएम को कम मिला समर्थन

साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा, '2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी को जो समर्थन मिला उसकी तुलना में इस बार समर्थन कम था। जमीनी स्तर पर, ग्रामीण संकट, किसानों की समस्या और बढ़ती असमानता एक कारण था।'

UP की राजनीति BJP और RSS के लिए बड़ी चुनौती

2024 के लोकसभा चुनावी नतीजों पर बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, ' उत्तर प्रदेश की राजनीति भाजपा और आरएसएस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। मैं मानता हूं कि मैंने आकलन में गलती की। जब एक मजबूत सरकार होती है, तो एक डर पैदा होता है। एक गलत धारणा विकसित होती है।'

BJP के 400 पार नारे पर क्या बोले प्रशांत किशोर?

यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी ने 'अब की बार, 400 पार' का नारा देकर गलती की है? इस पर प्रशांत किशोर ने जवाब दिया, 'नारा तो अच्छा था, लेकिन इसे बीजेपी ने नहीं, बल्कि विपक्ष ने पूरा किया। विपक्ष यह दिखाने में सफल रहा कि बीजेपी संविधान में संशोधन करने और जातिगत आरक्षण को समाप्त करने के लिए 400 सीटें चाहती है। इसका सारा श्रेय विपक्ष को जाता है। बीजेपी के कुछ बड़बोले नेताओं ने भी कहा कि पार्टी 400 सीटें जीतने के बाद संविधान बदल देगी।'

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