योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण की आप से छुट्टी
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के बागी नेताओं पर केजरीवाल के विरोध की गाज़ गिरी है। आदमी पार्टी ने बीती रात योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को पार्टी से निष्कासित
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के बागी नेताओं पर केजरीवाल के विरोध की गाज़ गिरी है। आदमी पार्टी ने बीती रात योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। आप पार्टी की अनुशासन समिति ने इन नेताओं के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए इन चारों नेताओं को पार्टी से निष्कासित फैसला सुनाया।
आम आदमी पार्टी ने मेल भेजकर इन नेताओं को निष्कासित करने का कारण बताया, इसमें लिखा गया कि:
"योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण और आनंद कुमार ने घोर अनुशासनहीनता दिखाई है और वो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इन नेताओं ने पार्टी के संविधान का भी पालन नहीं किया है। अजित झा पर्याप्त समय दिए जाने के बावजूद अपनी सफाई देने में नाकाम रहे हैं और वो भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं लिहाजा आम आदमी पार्टी की अनुशासन समिति ने इन चारों नेताओं को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया है।"
पूरे मामले पर अरविन्द केजरीवाल ने कहा की, 'आज आप लोगों को चुनना पड़ेगा... अगर आप इन्हें चुनते हैं, तो मैं सभी पदों से इस्तीफे के लिए तैयार हूं। मैं इस्तीफा पंकज के पास छोड़ रहा हूं।'
नेशनल काउंसिल की मीटिंग में अरविन्द केजरीवाल की इन बातों के साथ ही योगेन्द्र-प्रशांत के पार्टी से निकाले जाने का सिलसिला शुरु हो गया था। शुक्रवार देर रात इसकी औपचारिकता निभाते हुए आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजित झा को पार्टी से निकालने का फैसला सुनाया।
पंकज गुप्ता, अनुशासन समिति के सदस्य ने कहा कि, 'बागी नेताओं के स्वराज संवाद के बाद से ही योगेन्द्र-प्रशांत-प्रोफेसर आनंद कुमार और अजित झा को पार्टी की तरफ से नोटिस जारी किया गया था और पार्टी की अनुशासन समिति ने इनसे 19 अप्रैल तक जवाब मांगे थे। हालांकि इन नेताओं ने आम आदमी पार्टी की इस अनुशासन समिति की संवैधानिकता पर ही सवाल उठाए, लेकिन फिर भी प्रशांत भूषण- योगेन्द्र यादव और आनंद कुमार ने अपने जवाब अनुशासन समिति को भेज दिए थे।'