अमृतसर: देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को पाकिस्तान के नापाक मंसूबों से सीमावर्ती राज्य की रक्षा करने का संकल्प लिया। साथ ही उन्होंने केंद्र के कृषि कानूनों को समाप्त करने के लिए किसानों का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई। आजादी के 75वें साल बाद भी पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी चौकसी बरतने का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम पंजाब में अपने क्षेत्र पर किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर वे हमें परेशान करने की कोशिश करते हैं तो हम उन्हें (पाकिस्तान को) उनके जीवनभर का सबक सिखाएंगे।’
राज्य में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए पड़ोसी देश द्वारा ड्रोन के इस्तेमाल की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान पंजाब में किसी भी ढिलाई का फायदा उठाने का कोई मौका नहीं छोड़ेगा। उद्योगों के विकास और अपने लोगों की प्रगति को बढ़ावा देने के लिए राज्य में शांति सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गैंगस्टरों और आतंकवादियों सहित किसी भी खतरे को बर्दाश्त नहीं करेगी। अमृतसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद पंजाब के लोगों को संबोधित करते हुए अमरिंदर ने कहा, ‘हम उनसे सख्ती से निपटेंगे। पंजाब के लिए कोई भी खतरा हमारे पूरे देश के लिए खतरा होगा।’
बाद में स्वतंत्रता दिवस समारोह से इतर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों के लगातार हो रहे आंदोलन पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी बैठकों के दौरान इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की, जो किसान विरोधी और संविधान की भावना के खिलाफ हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इन कानूनों को रद्द करने के लिए किसानों के साथ संघर्ष करना जारी रखेंगे और इस संघर्ष में अपनी जान गंवाने वालों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
मुख्यमंत्री ने टोक्यो ओलम्पिक में राज्य का नाम रोशन करने वाले 20 पुरुषों और महिलाओं के प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि नकद पुरस्कार के अलावा उन सभी को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
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