क्या कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के पूर्व शाही इमाम बरकती BJP में शामिल होंगे?
एक जमाना था, जब बरकती का तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार के नेताओं से घनिष्ठ संबंध था। बरकती के फतवे के कारण ही तसलीमा नसरीन को बंगाल से निकाला गया...
नई दिल्ली: खबर है कि बीजेपी का एक धड़ा कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के पूर्व शाही इमाम नुरूर रहमान बरकती को पार्टी में लाने की कोशिश में है। तीन तलाक मामले में वादी इशरत जहान और उनकी वकील नाज़िया इलाही खान को बीजेपी में लाने के बाद अब ये अटकलें जोर पकड़ रही है कि बरकती को भी पार्टी में शामिल किया जा सकता है। बस, कुछ ही दिनों के अन्दर वो शामिल हो सकते हैं, ऐसा सूत्रों का कहना है।
कोलकाता में टाइम्स ग्रुप के बांगला दैनिक ईआई समय में छपी खबर के मुताबिक, बीजेपी में शामिल तृणमूल नेता मुकुल रॉय बरकती को पार्टी में लाने की कोशिश में हैं, ताकि पंचायत चुनाव से पहले टीएमसी के मुस्लिम वोटबैंक में दरार पड़ सके। बरकती बीजेपी के दो बड़े मुस्लिम नेता मुख्तार अब्बास नकवी और शाहनवाज हुसैन के सम्पर्क में भी है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, अब फैसला पार्टी आलाकमान को लेना है, क्योंकि बरकती मौखिक रूप से अपनी सहमति दे चुके हैं।
एक जमाना था, जब बरकती का तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार के नेताओं से घनिष्ठ संबंध था। बरकती के फतवे के कारण ही तसलीमा नसरीन को बंगाल से निकाला गया। उसके बाद बरकती ममता के सम्पर्क में आए और अक्सर उन्हें तृणमूल की रैलियों में सामने की कतारों में बैठे देखा जाता था। लेकिन पिछले साल ममता और बरकती के सम्पर्कों में खटास पैदा हो गई और बरकती को इमाम पद से भी हाथ धोना पडा।
कट्टर इस्लामिक और मोदी-विरोधी माने जाने वाले बरकती के नजरिए में भी बदलाव आया है। बरकती अब कह रहे हैं कि उनके लिए कोई भी पार्टी अछूत नहीं है। कोलकाता के सेंट्रल अवेन्यू में बीजेपी के दफ्तर से कुछ सौ मीटर दूर अपने घर में बैठे बरकती ने कहा कि मुकुल मेरे दादा है, मेरे गुरु हैं, उनकी किसी भी बात को मैं टाल नहीं सकता।
ये पूछे जाने पर कि अगर मुकुल कहेंगे तो क्या आप बीजेपी में शामिल होंगे, बरकती ने कहा कि बीजेपी में शामिल होऊंगा या नहीं, ये मैं अभी नहीं कह सकता, समय आने पर आपको पता चल जाएगा। मेरे सम्पर्क मुख्तार अब्बास नकवी और शाह नवाज हुसैन से भी है। वो दोनों मुझे व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं। बरकती ने कहा, मैं कांग्रेस से नफरत करता हूं। कांग्रेस ने इस देश में अल्पसंख्यकों का बेडा गर्क़ किया है। कांग्रेस ने मुझे गुजरात में प्रचार पर जाने के लिए कहा था पर मैंने मना कर दिया।’
वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मुझे बरकती के पार्टी में शामिल होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मुकुल रॉय ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।