चंडीगढ़. पंजाब की राजनीति में आज काफी कुछ नया देखने को मिल सकता है। AICC द्वारा बुलाई गई मीटिंग पर न सिर्फ कांग्रेस पार्टी की निगाहें हैं बल्कि तमाम राजनीतिक जानकारों और विपक्षी दल भी इस बैठक पर नजरें गड़ाए हुए हैं। इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार पूर्व IPS अधिकारी मोहम्मद मुस्ताफा के ट्वीट ने राज्य में हलचल और बढ़ा दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि सीएम फेस को बदला जाना चाहिए।
मोहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट कर कहा कि साल 2017 के चुनाव में पंजाब की जनता ने कांग्रेस पार्टी को 80 विधायक दिए। विडंबना ये है कि कांग्रेस पार्टी अबतक एक अच्छा मुख्यमंत्री नहीं दे पाई है। पंजाब के दुख और दर्द को समझते हुए अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाए।
परगट ने माना विधायकों ने लिखी आलाकमान की चिट्ठी
इससे पहले मीडिया से बातचीत में पंजाब कांग्रेस के महासचिव और विधायक परगट सिंह ने स्वीकार किया कि विधायकों ने हाई कमान को लिखी थी चिट्ठी जिसके चलते आज की CLP की बैठक बुलायी गयी है। उन्होंने कहा कि ये किसी की मूंछ का सवाल नहीं है। विधायक लम्बे अरसे से बैठक की मांग कर रहे थे, जो अभी तक नहीं हुई थी।
परगट ने कहा कि कांग्रेस में किसी तरह की गुटबाजी नहीं है, किसी भी तरह का agenda विधायकों तक नही पहुंचाया गया है। सिर्फ उनको कांग्रेस दफ्तर में आने और बैठक में भाग लेने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी की कुछ आंतरिक नीतियां हैं, उसी पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई है। पार्टी के भीतर कोई परेशानी नहीं है, मुझे लगता है कि हर किसी का अपना नजरिया होता है और इसे CLP की बैठक में सुना जाना चाहिए। समस्या क्या है?
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