पुष्पम प्रिया चौधरी: जानें, कौन हैं नीतीश को टक्कर देने के लिए तैयार बिहार की नई सीएम कैंडिडेट
बिहार की सबसे नई सीएम कैंडिडेट पुष्पम प्रिया चौधरी के अजेंडे और अपन प्रदेश को लेकर उनके सपनों के बारे में जानने के लिए लोग बेचैन हैं।
पटना: बिहार की राजनीति में इन दिनों एक नाम चर्चा का विषय बना हुआ है, पुष्पम प्रिया चौधरी। सूबे में विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने में चंद महीने ही बचे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री पद की नई दावेदार की एंट्री ने यहां की सियासत में तूफान खड़ा कर दिया है। बिहार की सबसे नई सीएम कैंडिडेट पुष्पम प्रिया चौधरी के अजेंडे और अपन प्रदेश को लेकर उनके सपनों के बारे में जानने के लिए लोग बेचैन हैं। तो आइए, बताते हैं कि कौन हैं पुष्पम प्रिया चौधरी और बिहार को लेकर क्या हैं उनके ख्वाब...
‘PLURALS’ नाम की पार्टी की अध्यक्ष हैं पुष्पम
पुष्पम प्रिया चौधरी द्वारा दिए गए एक विज्ञापन ने बिहार की राजनीति में उनकी एंट्री का ऐलान कर दिया। उन्होंने रविवार को बिहार के लगभग सभी प्रमुख अखबारों में फुल पेज विज्ञापन देकर इस साल होने जा रहे विधानसभा चुनावों में उतरने का ऐलान कर दिया। पुष्पम ने 'प्लूरल्स' नाम की राजनीतिक पार्टी की संस्थापक और अध्यक्ष हैं। उन्होंने ब्रिटेन के लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पोलिटिकल साइंस से लोक प्रशासन में एमए किया है। इसके अलावा पुष्पम ने डिवेलपमेंट स्टडी में भी एमए किया है।
‘तो 2025 तक बिहार होगा सबसे विकसित राज्य’
पुष्पम की पार्टी का नारा है 'जन गण सबका शासन।' उनका कहना है कि वह सूबे में सकारात्मक राजनीति करेंगी और विधानसभा चुनाव की जंग जरूर जीतेंगी। पुष्पम ने कहा कि यदि वह बिहार की मुख्यमंत्री बनती हैं तो वह इसे 2025 तक देश का सबसे विकसित राज्य बना देंगी और 2030 तक इसका स्टैंडर्ड यूरोप के देशों जैसा हो जाएगा। वह फिलहाल लंदन में रहती हैं लेकिन उनका कहना है कि बिहार उनका पहला प्यार है और वह अब इसके लिए ही काम करना चाहती हैं।
सीएम नीतीश कुमार के साथी की बेटी हैं पुष्पम
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टक्कर देने के लिए तैयार पुष्पम उनके करीबी दोस्त एवं जेडीयू के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी हैं। माना जा रहा है कि दरभंगा की रहने वाली पुष्पम को पूरी प्लानिंग के साथ सियासी समर में उतारा जा रहा है। वहीं, विनोद चौधरी का कहना है कि एक बेटी होने के नाते उनका आशीर्वाद पुष्पम के साथ है, और वह जेडीयू में तब तक रहेंगे जब तक कि उन्हें निकाला नहीं जाता। उन्होंने बताया कि पुष्पम बीते कई महीनों से चुनावों के लिए तैयारी कर रही है।