नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और जननेता अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। अटल पिछले कई हफ्तों से एम्स में भर्ती थे। इस बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा नेताओं समेत विपक्षी पार्टियों के नेता भी समय-समय पर उनका हालचाल लेने के लिए एम्स पहुंचते रहे। अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी वाकपटुता और दमदार भाषणों के लिए जाना जाता था। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी उनकी तारीफ किया करते थे, लेकिन एक बार अटल ने ऐसी बात कह दी थी, जिससे नेहरू का चेहरा तमतमा गया था।
उस घटना का जिक्र करते हुए वाजपेयी ने कहा था, 'नेहरू जी की मैंने उनके मुंह पर कठोर आलोचना की थी। मैंने एक बार नेहरूजी से कहा था कि आपका व्यक्तित्व एक विभाजित व्यक्तित्व है जिसमें चर्चिल भी हैं और चेम्बरलिन भी। नेहरू जी तमतमा गए, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।' वाजपेयी ने नेहरू की गुटनिरपेक्ष नीति के बारे में बोलते हुए कहा था कि यदि उनकी जगह कोई और नेता भी भारत का पहला प्रधानमंत्री होता तो वह भी आजादी के बाद दोनों शत्रु गुटों से अलग रहने की नीति पर चलता।
कहा जाता है कि एक बार प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने वाजपेयी की बातों से प्रभावित होकर कहा था कि एक दिन वह भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे। नेहरू की वह भविष्यवाणी सच हुई और वह एक बार नहीं बल्कि तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। इसके अलावा अटल 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी बने।
जानें, वाजपेयी की किस बात पर तमतमा गया था पंडित नेहरू का चेहरा:
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