नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता पी. चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया मामले में इस समय सीबीआई की गिरफ्त में है। करीब 10 साल पहले कुछ ऐसा ही मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुआ था, जब एजेंसियां उनके पीछे पड़ी थीं लेकिन अब समय बदल गया है और खेल भी बदल गया है।
यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान जब पी. चिदंबरम देश के गृह मंत्री थे, उस वक्त सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामला चरम पर था और इसी मामले में अमित शाह पर कार्रवाई की गई थी। 25 जुलाई 2010 को सीबीआई ने अमित शाह को गिरफ्तार भी किया था और जेल में डाल दिया था।
2010 में गिरफ्तार होने के बाद अमित शाह को गुजरात से बाहर भेजा गया था और 2012 में वापस लौटने पर शाह ने एक शेर बोला था जो इस तरह है- મારી ઓટ જોઈ કોઈ કિનારે ઘર ન બાંધે, હું સમંદર છું, પાછો આવીશ. इसका मतलब होता है मेरा पानी उतरते देख, किनारे पर घर मत बना लेना मैं समुन्दर हूँ, लौट कर जरूर आऊंगा।
बता दें कि चिदंबरम 29 नवंबर, 2008 से 31 जुलाई 2012 तक देश के गृह मंत्री रहे थे। अब समय का चक्कर घूमा है और अमित शाह देश के गृह मंत्री और सीबीआई-ईडी पी. चिदंबरम को जेल में डालने के लिए तैयार हैं।
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