नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी भी बीजेपी की राह पर चलती दिख रही है। हुगली में टीएमसी के एक विधायक ने शिव मंदिर की स्थापना की। खास बात ये रही कि इस मंदिर की स्थापना के वक्त मुस्लिम समुदाय के कई लोग भी मौजूद थे। वहीं बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी बंगाल में धर्म की राजनीति कर रही है।
मंदिर में मंत्रोच्चार और पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई और एक नए शिवमंदिर की स्थापना की गई। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी हर-हर महादेव के जयकारे लगाए। गंगा-जमुनी तहजीब की इसी तस्वीर ने बंगाल की सियासत में सरगर्मी ला दी है और एक बार फिर अब बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने हैं।
मंदिर की स्थापना की पूजा में हिस्सा लेते मुसलमानों की ये तस्वीर पश्चिम बंगाल के हुगली जिले से आई है। यहां एक शिवमंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने ना केवल बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया बल्कि पूजा पाठ में भी शिरकत की। बाकायदा हाथ उठाकर भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगाए। अब यही तस्वीर बीजेपी को रास नहीं आ रही है।
हुगली के उत्तरपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक प्रवीण घोषाल ने इस शिव मंदिर की स्थापना करवाई है लेकिन प्रवीण घोषाल ने प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अपने मुस्लिम समर्थकों को भी बुलाया और पूजा में शामिल कराया लेकिन बीजेपी प्रवीण घोषाल की इस पूजा को चुनावी हथकंडा बता रही है।
बीजेपी का आरोप है कि 2019 में जिस तरह से बीजेपी को बंगाल में बढ़त मिली उससे टीएमसी घबरा गई है। बीजेपी का कहना है कि लोगों के विरोध को कम करने के लिए टीएमसी विधायक भी पूजा-पाठ पर जोर देने लगे है और धर्म की राजनीति करने में जुट गए है।
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