नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल बीजेपी के एक नेता ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनावों में उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को पर्चा तक दाखिल नहीं करने दिया जा रहा है। बीजेपी ने इस मसले को लेकर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और अदालत से इस मामले में मदद की गुहार लगाई। गौरतलब है कि पंचायत चुनावों के ठीक पहले राज्य में बीजेपी और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें आई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हिंसा में अजीत मुर्मू नाम के एक व्यक्ति की जान भी चली गई।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए. एम. खानविल्कर तथा जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड की पीठ ने बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव की याचिका पर सुनवाई के लिए शुक्रवार की तारीख तय की। भाजपा नेता ने कोर्ट से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया ताकि यह बीजेपी के प्रत्याशियों को नामांकन पत्र दाखिल करना सुनिश्चित किया जा सके। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 9 अप्रैल है। भाजपा नेता की वकील ऐश्वर्या भाटी की दलीलें सुनने के बाद पीठ ने कहा, ‘हम इस पर कल सुनवाई करेंगे।’
याचिका में इस साल मई महीने में होने वाले पंचायत चुनावों के सुचारू संचालन के लिए केंद्रीय बलों को तैनात करने की मांग भी की गई है। वकील ने आरोप लगाया कि हाल के समय में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसा की गई। भाटी ने राज्य में एक दलित नेता की हाल में हुई हत्या का भी जिक्र किया और परेशानी खड़ी करने के लिए तृणमूल कांग्रेस की सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
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