व्यापम घोटाला: पत्रकार की मौत पर शिवराज हैं दुखी, विपक्ष ने साधा निशाना
भोपाल: मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले का कवरेज करने आए समाचार चैनल के संवाददाता अक्षय सिंह की विसरा जांच राज्य से बाहर कराई जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्षय
भोपाल: मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले का कवरेज करने आए समाचार चैनल के संवाददाता अक्षय सिंह की विसरा जांच राज्य से बाहर कराई जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्षय की बहन के आग्रह को स्वीकार करते हुए कही है। व्यापमं से संबंधित जानकारियां एकत्रित करने के लिए झाबुआ गए अक्षय सिंह की चार जुलाई को मौत हो गई थी, उनकी मृत्यु की निष्पक्ष जांच की मांग के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने विशेष जांच दल (एसआईटी) के अध्यक्ष को पत्र लिखा है ताकि तथ्यात्मक स्थिति सामने आ सके।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया कि अक्षय सिंह की बहन ने उनके भाई के विसरा की जांच मध्यप्रदेश से बाहर कराने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया। चौहान ने उनके आग्रह को स्वीकार कर लिया है।
ज्ञात हो कि राज्य में इंजीनियरिंग कालेज, मेडीकल कॉलेज में दाखिले से लेकर विभिन्न विभाग की भर्तियों की परीक्षा व्यापमं आयोजित करता है। इन दाखिलों और भर्तियों में हुई गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद जुलाई 2013 में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से लेकर व्यापमं के पूर्व नियंत्रक पंकज त्रिवेदी सहित वरिष्ठ अधिकारी व राजनीतिक दलों से जुड़े लोग जेल में हैं। राज्यपाल रामनरेश यादव पर भी सिफारिश करने का प्रकरण दर्ज है।
अक्षय सिंह का अंतिम संस्कार नई दिल्ली में किया गया
व्यापम घेाटाला मामले का कवरेज करने वाले खोजी टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की रहस्यमय मौत पर बढ़ते जनाक्रोश के बीच आज उनका अंतिम संस्कार नई दिल्ली में किया गया जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई विशिष्ट व्यक्ति मौजूद थे।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, रणदीप सिंह सुरजेवाला भी यहां निगमबोध घोट पर अक्षय सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
टीवी टूडे के पत्रकार सिंह की कल मौत हो गयी थी। उन्होंने उस लड़की के मातापिता का साक्षात्कार किया था जो मध्यप्रदेश व्यावसायिक प्रवेश एवं भर्ती घोटाला (व्यापम) में नाम सामने आने के बाद मृत पायी गयी।
आज सुबह जबलपुर के एक मेडिकल के डीन भी दक्षिण पश्चिम दिल्ली के द्वारका के एक होटल में मृत मिले। बताया जाता है वह व्यापम घोटाले के फर्जी परीक्षार्थियों की जांच कर रहे थे।
व्यापम घोटाला मामले में अबतक कम से कम 25 आरोपियों एवं गवाहों की मौत हो चुकी है।
कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी ने व्यापम घोटाले से कथित रूप से जुड़े व्यक्तियों की मौत की सघन जांच की मांग करते हुए मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, अक्षय सिंह के माता-पिता एवं बहन से मिलकर बड़ा दुख हुआ। दुख की इस घड़ी में मेरी प्रार्थना उनके साथ है: राहुल गांधी।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, व्यापम घोटाला और अबतक हुई मौतों की सघन जांच हो। दोषियों को दंडित किया जाए। इन मौतों को रोकने के लिए कुछ जरूर किया जाए।
शुक्रवार को साक्षात्कार करने के कुछ ही मिनट बाद 38 वर्षीय अक्षय सिंह के मुंह से झाग आने लगा। उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया और बाद में झाबुआ के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डाक्टर उन्हें होश में नहीं ला पाए।
वहां से उन्हें समीप में एक अन्य अस्पताल गुजरात के दाहोद में ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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