शिमला। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए शिमला पहुंचे हैं और उन्होंने वीरभद्र सिंह को याद करते हुए कहा कि जब वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री हुआ करते थे तो उस समय वे (जेपी नड्डा) विधानसभा में विपक्षी दल के नेता थे और वीरभद्र सिंह उनका मार्गदर्शन किया करते थे। जेपी नड्डा ने कहा कि वीरभद्र सिंह उनके मार्गदर्शन भी रह चुके हैं और उनके निधन प्रदेश के लिए बड़ा नुकसान है। वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय नेता थे और वे 6 बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके थे, गुरुवार सुबह उनका निधन हो गया है।
वीरभद्र सिंह के अंतिम दर्शन के लिए आज उनकी पार्थिव देह को शिमला के रिज मैदान पर रखा गया है और वहीं पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के लोगों से मुलाकात की। जेपी नड्डा ने कहा कि राजनीतिक विचारधारा की वजह से वे और वीरभद्र सिंह कई मुद्दों पर असहमत जरूर होते थे लेकिन एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते थे। जेपी नड्डा जब वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे तो उस समय हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी उनके साथ मौजूद थे। वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को रामपुर में किया जाएगा।
वीरभद्र सिंह का कद सिर्फ हिमाचल प्रदेश की राजनीति में ही बड़ा नहीं था बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी उनकी अलग पहचान थी। कांग्रेस पार्टी में वे एक ऐसे नेता थे जिन्होंने जवाहर लाल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक सभी के साथ काम किया है। वे 1962 में 27 वर्ष की आयु में लोकसभा के लिए चुने गए थे।
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