नई दिल्ली: अपने सख्त मिजाज के लिए जाने जानी वाली केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी योगी सरकार के एक अफसर पर भड़क गई। मेनका गांधी को ऐसा गुस्सा आया कि उन्होंने अफसर को सरेआम गाली तक दे दी। आखिर योगी के अफसर पर क्यों भड़की मेनका गांधी? उस अफसर का क्या कसूर था ये हम आपको बताते हैं। सप्लाई इंस्पेक्टर सफाई दे रहे थे लेकिन जनता उनके खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा परोस रही थी जिसके बाद मंत्री जी ने तत्काल सफ्लाई इंस्पेक्टर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच का आदेश दे दिया।
मेनका गांधी ने अफसर को फटकार लगाते हुए कहा, “शर्म करिए...क्या इज्जत है तुम्हारी? आदमी इज्जत पर जीता है खाने पर नहीं...एक तो तुम #$%$# मोटे हो उसके ऊपर से लोगों से खाते हो, तुम्हारी इज्जत क्या है? सब लोग यहां तुम्हें गंदी-गंदी चीजें बोल रहे हैं? क्या तुमको अच्छा लगता है?” मेनका गांधी जिन लब्जों का इस्तेमाल कर रहीं हैं उन शब्दों को हम आपको नहीं बता सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने एक पब्लिक मीटिंग में अफसरों की जमकर क्लास ली।
मेनका यूपी के बरेली में थी और जनता का फरियाद सुन रही थी। जनता की ज्यादातर शिकायत पीडीएस सिस्टम में भ्रष्टाचार को लेकर था जिसके बाद वो वहां मौजूद सप्लाई इंस्पेक्टर पर बरस पड़ी। केंद्रीय मंत्री यहीं नहीं रुकी उन्होंने सप्लाई इंस्पेक्टर से मौके पर ही पीडीएस सिस्टम में जारी करप्शन पर अबतक की कार्रवाई पर रिपोर्ट मांग ली। इसके बाद बारी थी दूसरे अफसर की। अफसरों और जनता के साथ मीटिंग में मेनका गांधी ने साफ कर दिया है कि मोदी और योगी सरकार में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोरलेंस हैं और जिन अफसरों के खिलाफ शिकायत आएंगी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
मेनका गांधी यूपी के ही पीलीभीत से सांसद हैं और मोदी सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री हैं। वो बेबाकी से अपनी बातों को रखने के साथ-साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त स्टैंड रखती हैं। एक सांसद और मंत्री की हैसियत से पब्लिक मीटिंग में अफसरों की क्लास कोई नहीं बात नहीं है लेकिन जिस तरह से उन्होंने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया उसे कतई सही नहीं ठहराया जा सकता।
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