पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित टिप्पणी को लेकर आज राज्यसभा में विपक्षी ने हंगामा किया और सदन की कार्यवाही में गतिरोध पैदा किया. मामला इतना बढ़ गया कि गतिरोध को दूर करने के लिए सदन के नेता अरूण जेटली कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे ताकि इस मुद्दे का कोई समाधान निकाला जा सके.
उच्च सदन में आज प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष के नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान आरोप प्रत्यारोप लगते रहते हैं लेकिन कुछ आरोप घातक हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि एक पूर्व प्रधानमंत्री पर ऐसा आरोप लगाए गया है जो 10 साल तक इस पद पर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की ईमानदारी और देश के प्रति उनकी निष्ठा पर सवाल किए गए हैं. आज़ाद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के अलावा 10 साल तक पद पर रहे पूर्व उपराष्ट्रपति, पूर्व विदेश मंत्री, पूर्व सेना प्रमुख आदि पर भी आरोप लगाए गए.
इस दौरान कांग्रेस और भाजपा सदस्यों के बीच तकरार की स्थिति पैदा गो गई. सभापति एम. वेंकैया नायडू ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए गतिरोध को दूर करने की ज़रूरत पर बल दिया. उन्होंने सुबह विभिन्न दलों के नेताओं की हुई अनौपचारिक बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर सदन में बने गतिरोध को दूर करने की पहल की है.
नायडू ने कहा कि सहमति बनी है कि सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष बातचीत करेंगे ताकि कोई समझौता हो सके और सदन का ज़रूरी समय बर्बाद न हो. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री सिंह से मुलाकात होने का भी जिक्र किया.
आजाद ने सुझाव दिया कि बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं को भी शामिल किया जाना चाहिए. इसके बाद सदन के नेता और वित्त मंत्री जेटली ने घोषणा की कि वह जल्दी ही बैठक बुलाएंगे.
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