24 घंटे के अंदर कांग्रेस ने लिया कर्नाटक का 'बदला', बीजेपी के नहले पर कमलनाथ का दहला
मध्य प्रदेश की राजनीति में अचानक से सबकुछ इतनी तेजी से बदला जिसकी उम्मीद बीजेपी को कभी नहीं थी। कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के गिरने के बाद से ही बीजेपी नेता मध्य प्रदेश में भी सत्ता बदल देने का दावा कर रहे थे।
नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार गिरे 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए थे कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में बीजेपी से इसका बदला ले लिया। कांग्रेस ने बीजेपी के दो विधायक ऐसे समय में तोड़ लिए जब बीजेपी एमपी में कमलनाथ सरकार को गिरा देने की बात कह रही थी। बीजेपी के दो बागी विधायकों ने कमलनाथ सरकार के लिए वोटिंग कर बीजेपी की परेशानी बढ़ा दी है। वहीं कांग्रेस के इस चाल से अनजान बीजेपी अब लोकतंत्र की दुहाई दे रही है।
जुबां पर सीएम कमलनाथ का नाम और दिल से कांग्रेस की तारीफ यही ताजा तार्रूफ है बीजेपी के दोनों विधायकों की। कर्नाटक में ऑपरेशन कमल की कामयाबी के बाद मध्य प्रदेश में मिशन कमलनाथ में जुटी बीजेपी सत्ता पलटने का ख्वाब देख रही थी लेकिन उसे क्या पता था कि जिस कर्नाटक में कांग्रेस विधायक बागी बन गए वही खेल अगर मध्य प्रदेश में हुआ तो उसके अपने ही बागी बन जाएंगे।
बीजेपी नेता कर रहे थे मध्य प्रदेश में सत्ता बदल देने का दावा
मध्य प्रदेश की राजनीति में अचानक से सबकुछ इतनी तेजी से बदला जिसकी उम्मीद बीजेपी को कभी नहीं थी। कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के गिरने के बाद से ही बीजेपी नेता मध्य प्रदेश में भी सत्ता बदल देने का दावा कर रहे थे लेकिन ये दावा कितने खोखले थे ये दोनों विधायक उसकी तस्दीक कर रहे हैं। कर्नाटक के बाद बीजेपी के निशाने पर मध्य प्रदेश था। सत्ता परिवर्तन पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच जुबानी जंग हो ही रही थी कि कमलनाथ ने ऐसी चाल चली कि बीजेपी देखती रह गई।
बिल पर वोटिंग के बाद मामला आया सामने
दरअसल कल मध्य प्रदेश विधानसभा में कमलनाथ ने क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट बिल पेश किया था। बिल पेश करने के बाद सीएम ने इस बिल पर वोटिंग करा दी। बिल के पक्ष में 122 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 106 वोट पड़े। हैरान करने वाली बात ये थी कि बीजेपी के 2 विधायकों ने भी बिल के पक्ष में वोट किया। वोटिंग के बाद से बीजेपी के दोनों विधायक सीएम कमलनाथ और कांग्रेस का गुणगाण करने में जुटे हैं।
कमलनाथ सरकार को 122 विधायकों का समर्थन हासिल
इन विधायकों ने ना केवल कमलनाथ के पक्ष में वोटिंग की बल्कि विधानसभा की कार्यवाही खत्म होने के बाद बाकायदा कमलनाथ के साथ बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। कांग्रेस का दावा है कि एमपी में कमलनाथ सरकार को 122 विधायकों का समर्थन हासिल है लेकिन कांग्रेस से मात खाई बीजेपी इसे लोकतंत्र की हत्या बता रही है।
कौन हैं बीजेपी के बागी विधायक?
बीजेपी के बागी विधायक नारायण त्रिपाठी ने राजनीति की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी। फिर बाद में वो कांग्रेस से जुड़ गए और विधानसभा पहुंचे लेकिन कांग्रेस उन्हें रास नहीं आई और उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। अब एक बार फिर से वो कांग्रेस में जाने को बेताब दिख रहे हैं। यही हाल कांग्रेस के समर्थन में वोट डालने वाले दूसरे विधायक शरद कोल का है। शरद कौल टिकट की मांग को लेकर कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए थे और चुनाव जीते लेकिन अब एक बार फिर से इन्हें कांग्रेस रास आ रही है।
विधानसभा से नहीं जाएगी उनकी सदस्यता
दोनों बागी विधायक जानते है कि पार्टी ने कोई व्हिप जारी नहीं किया था, ऐसे में उनके खिलाफ कोई दल-बदल का कानून लागू नहीं होता। अगर पार्टी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करती भी है तो विधानसभा से उनकी सदस्यता नहीं जाएगी।