नई दिल्ली/रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में पिछले कुछ दिनों से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली से लौट आए हैं जबकि स्वास्थ्य मंत्री त्रिभुवनेश्वर शरण सिंह देव अभी भी राष्ट्रीय राजधानी में हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जहां दिल्ली से लौटने के बाद कहा था कि आलाकमान से निर्देश मिलते ही मैं पद से इस्तीफा दे दूंगा, वहीं आज टीएस सिंह देव ने कहा कि कप्तान बनने की चाहत किसे नहीं होती।
‘क्या आप कप्तान बनना नहीं चाहेंगे?’
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि भूपेश बघेल 50 साल के लिए मुख्यमंत्री हैं, 10 साल के लिए हैं या 2 साल के लिए हैं, यह तय नहीं है। उन्होंने कहा कि भाई-बहनों में भी प्रतिद्वंदिता होती है और स्वस्थ प्रतियोगिताएं होती हैं। टीएस सिंह देव ने कहा कि हाईकमान ने जो जिम्मेदारी दी है मैं उसे निभाऊंगा। उन्होंने आगे कहा, ‘यदि कोई शख्स किसी टीम में खेलता है तो क्या वह कप्तान बनने के बारे में नहीं सोचता? क्या आप कप्तान बनना नहीं चाहेंगे? इस बारे में हर कोई सोचता है लेकिन सवाल उसकी सोच का नहीं, उसकी क्षमताओं का है। इन चीजों पर हाईकमान फैसला लेता है।’
‘...तो मैं तत्काल पद को त्याग दूंगा’
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद बुधवार को रायपुर लौटने पर बघेल ने कहा था कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आदेश से वह इस पद पर आसीन हुए हैं और उनके कहने पर तत्काल इस पद को त्याग देंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पद के ढाई-ढाई वर्ष के बंटवारे का राग अलाप रहे लोग प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता लाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें वह कभी सफल नहीं होंगे। बता दें कि भूपेश बघेल फिलहाल एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें पहली बार राहुल गांधी ने सीधे तौर पर यह जिम्मेदारी सौंपी है।
दोनों नेताओं ने वेणुगोपाल से की मुलाकात
छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होने से पहले बघेल ने नई दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी वेणुगोपाल के साथ बैठक की थी। सूत्रों के मुताबिक, वेणुगोपाल के आवास पर उनसे दोनों नेता अलग-अलग मिले थे। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी से मुलाकात के बाद अब वेणुगोपाल को बघेल और सिंहदेव के बीच मतभेद खत्म करने के लिए समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है।
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