नई दिल्ली: नंदीग्राम में ममता बनर्जी को लगी चोट के मामले में तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। मुलाकात के बाद टीएमसी नेता सौगत रॉय ने कहा कि इस मामले की हाईलेवल जांच होनी चाहिए, क्योंकि ममता बनर्जी कोई साधारण महिला नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ममता के साथ जो हादसा हुआ वह एक साजिश थी। ममता की गाड़ी किसी पोल से नहीं टकराई।
उधर, ममता बनर्जी की हालत स्थिर है और उनके स्वास्थ्य में संतोषजनक प्रगति हुई है। डॉक्टरों ने शुक्रवार को इस बारे में बताया। सरकारी अस्पताल एसएसकेएम के डॉक्टरों ने बताया कि बनर्जी को रात में अच्छी नींद आयी ओर उपचार का भी अच्छा असर हो रहा है। पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के समय अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर धक्का दिए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस अघ्यक्ष को एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टर्स का कहना है कि उनकी हालत की समीक्षा करेगी। बायें पैर पर लगाया गया अस्थायी प्लास्टर भी काटकर देखा जाएगा कि चोट ठीक हुई है या नहीं। कुछ चिकित्सकीय जांच भी की जाएगी। ममता के बायें पैर के टखने की सूजन घट रही है और अब उन्हें गर्दन, कंधे और कमर में ज्यादा दर्द नहीं हो रहा। डॉक्टर्स का कहना है कि ममता को जिस तरह की चोट लगी है उस स्थिति में मरीजों को तीन से चार हफ्ते तक आराम की जरूरत होती है। डॉक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री व्हीलचेयर का भी इस्तेमाल कर पाएंगी।
Latest India News