बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने राज्य में टीपू जयंती नहीं मनाए जाने का फैसला किया है। राज्य की नई भाजपा सरकार ने आदेश जारी कर टीपू जयंती समारोह राजकीय स्तर पर नहीं माने का निर्णय लिया है। राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार ने हर साल 10 नवंबर को टीपू जयंती मनाने का ऐलान किया था लेकिन अब राज्य सरकार की तरफ से ऐसा कोई समारोह नहीं किया जाएगा। भाजपा नेता के जी बोपैया ने टीपू जयंती को सरकारी समारोह के तौर पर नहीं मनाए जाने की मांग रखी थी।
कर्नाटक में 2015 में उस समय की सिद्धारमैया सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के विरोध के बावजूद टीपू जयंती पर सरकारी कार्यक्रम और समारोह आयोजित कराने का फैसला किया था। लेकिन अब कर्नाटक की नई भाजपा सरकार की तरफ से कहा गया है कि राज्य में टीपू जयंती मनाने की कभी परंपरा नहीं रही है और इसलिए सरकार ने इससे जुड़े सरकारी कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का फैसला किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने राज्य सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार के निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी पर भगवाकरण की राजनीति का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी अपने स्तर पर टीपू जयंती मनातेी रहेगी।
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