भोपाल: कांगेस नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बगैर बुधवार को कहा कि जो व्यक्ति दस वर्ष पहले जलवायु परिवर्तन पर उठाए गए मेरे ठोस कदमों का विरोध करता था, वही आज इससे निपटने के लिए विश्व भर में वकालत कर रहा है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर यहां गांधी दर्शन संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जयराम ने कहा, ‘‘10 साल पहले जब मैं (मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में) केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री था तो मैंने जलवायु परिवर्तन की बात की थी।’’
जयराम ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आज देखिये जिन्होंने 10 साल पहले मेरा विरोध किया था, आज उसी जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में विश्व स्तर पर इससे निपटने की वकालत कर रहे हैं।’’ जयराम ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में काफी परिवर्तन आए, क्योंकि जलवायु परिवर्तन एक हकीकत है जो हमारे रोजाना की जिन्दगी पर असर कर रहा है।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में 23 सितंबर को भाषण देते हुए कहा था कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिहाज से आदतों में बदलाव लाने के लिए एक वैश्विक जन आंदोलन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विकास और पर्यावरण एक साथ चलने चाहिए और इसके लिए निर्णय लेना बहुत जरूरी है।
जयराम ने जलवायु परिवर्तन के कारण देश के कई राज्यों में इस मानसून में हुई तबाही की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘पहले जो पानी चार महीने बरसता था, आज उतना ही पानी आठ दिन में बरस जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी कभी अपना जन्मदिन नहीं मनाते थे, सिर्फ एक बार उन्होंने अपना 75वां जन्मदिन मनाया था।
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