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मुस्लिम योग टीचर के समर्थन में आए सोनू निगम कहा फ़तवा जारी करने वाले हैं सुपारी किलर

बॉलीवुड गायक सोनू निगम ने शुक्रवार को वीडियो जारी कर कहा कि योग मज़हब से परे है. उनके योग टीचर भी मुस्लिम है. योग को बढ़ावा देने वालों के ख़िलाफ़ जो फतवा निकाल रहे हैं, उन्हें सुपारी किलर की तरह सजा मिलनी चाहिए .

Sonu Nigam- India TV Hindi Sonu Nigam

झारखंड की मुस्लिम योग टीचर राफिया नाज़ के ख़िलाफ़ फ़तवे के विरध में आवाज़ें उठने लगी हैं. बॉलीवुड गायक सोनू निगम ने शुक्रवार को वीडियो जारी कर कहा कि योग मज़हब से परे है. उनके योग टीचर भी मुस्लिम है. योग को बढ़ावा देने वालों के ख़िलाफ़ जो फतवा निकाल रहे हैं, उन्हें सुपारी किलर की तरह सजा मिलनी चाहिए क्योंकि उनका मक़सद साफ़ है कि कानून को हाथ में लो और लोगों को मारो.

बता दें कि स्कूली बच्चों को योग सिखाने और रामदेव के साथ स्टेज शेयर करने पर राफिया कट्टपंथियों के निशाने पर आ गईं हैं. मुस्लिम संगठनों ने मुस्लिम योग टीचर के खिलाफ फतवा जारी किया है। उन्हें लगातार मिल रहीं धमकियों को देखते हुए उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.  

सोनू निगम ने वीडियो में कहा, ''मुझे लगता है योग मज़हब से परे है. हर इंसान को अच्छी सेहत, अच्छी मानसिक स्थिति और प्रभु से निकटता की ज़रूरत है. आज जो योग को समाज से जोड़ रहे हैं, कुछ लोग उनके ख़िलाफ़ फ़तवे जारी कर रहे हैं. मुझे पता नहीं ऐसा क्यों हो रहा है. मेरे ख़्याल से पहले फ़तवे को ही बैन करना चाहिए और जो लोग फतवे निकाल रहे हैं, उन्हें वो सज़ा मिलनी चाहिए, जो किसी सुपारी देने वाले को मिलती है क्योंकि ये ऐसा है कि मैंने इसकी सुपारी दी है, मारो. इसका मकसद है कि कानून को हाथ में लो और लोगों को मारो.''

दूसरे वीडियो में सोनू ने कहा, ''मैंने 2004 में योग करना शुरू किया था. मेरी टीचर का नाम रूही है, जो एक मुस्लिम है. उन्होंने मुझे पूरी मेहनत और निष्ठा के साथ योग सिखाया. मैं उनके साथ रोज़ाना सुबह 5 से 8 बजे तक योग करता हूं. ऐसे ही मेरे पिता भी योग सीख रहे हैं. उनके टीचर का नाम कबीर है, वो भी एक मुस्लिम है. आप सोच सकते हैं कि मुस्लिम योग टीचर हमसे कितने जुड़े हुए हैं. लोगों ये समझना चाहिए कि चाहे वो हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई या पारसी हों, सभी शांति और अच्छी हेल्थ चाहते हैं. इसे ईश्वरीय शक्तियां हमारे आसपास मौजूद होती हैं और हम खुद को बेहतर तरीके से लोगों से सामने प्रेजेंट कर पाते हैं.''

बता दें कि कुछ महीने पहले सोनू ने अज़ान को लेकर ट्वीट किए थे. इसके बाद उनके ख़िलाफ़ मुस्लिम संगठनों ने फतवा जारी किया था. इसके विरोध में उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया था.

झारखंड के डोरंडा की रहने वाली राफिया लोगों को योग सिखाती हैं. आदिम जाति सेवा मंडल के आश्रम में योग टीचर हैं. 10वीं क्लास तक के बच्चों को ट्रेनिंग देती हैं.
इसके अलावा राफिया खुद एमकॉम की पढ़ाई कर रही हैं और कॉलेज में स्टूडेंट यूनियन की जनरल सेक्रेटरी भी हैं. योग के प्रचार के लिए फेसबुक पर काफी एक्टिव रहती हैं. पिछले दिनों जब रामदेव रांची आए थे तो राफिया ने उनके साथ स्टेज शेयर किया था. 

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