नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस अपने नेताओं को असम के सिलचर हवाई अड्डे पर रोके जाने और उनसे ‘‘दुर्व्यवहार’’ करने के खिलाफ चार और पांच अगस्त को पश्चिम बंगाल में ‘‘काला दिवस’’ मनाएगी। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि पार्टी शनिवार और रविवार को राज्य के हर मंडल तथा जिले में ‘‘काला दिवस’’ मनाएगी। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘जिस तरीके से सिलचर हवाईअड्डे पर असम पुलिस ने जन प्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार किया और रोका, हम उसकी निंदा करते हैं। सांसद होने के नाते उन्हें हर जगह जाने का अधिकार है लेकिन सभी नियमों का उल्लंघन किया गया और हमारी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को रोका गया। यह शर्मनाक है।’’ इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, ‘‘घुसैपठिये जैसा सलूक होता है...उसी तरह हमें वापस भेज दिया गया...हमसे भी यही सलूक हुआ...हमें वापस भेज दिया गया। हमारे साथ बदसलूकी की गयी, महिला सांसदों को भी नहीं बख्शा गया।’
तृणमूल कांग्रेस के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को सिलचर हवाई अड्डे पर उस समय रोका गया जब वे राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के अंतिम मसौदे के बाद जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए असम के काछार जिले में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। एनआरसी सोमवार को पूर्वोत्तर राज्य में प्रकाशित हुआ। इस पूरे मुद्दे पर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। जहां एक तरफ टीएमसी ने काला दिवस मनाने की घोषणा की है तो वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी 11 अगस्त को कोलकाता में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं।