बिहार: तेजस्वी यादव का मोहन भागवत पर बड़ा हमला, हिंसा के लिए संघ प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हिंसा की इन घटनाओं के लिए संघ को जिम्मेदार ठहरा दिया है...
पटना: बिहार में फैली हिंसा की आग फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हिंसा की इन घटनाओं के लिए संघ को जिम्मेदार ठहरा दिया है। तेजस्वी ने कहा है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत 14 दिन के लिए बिहार आए थे जिस दौरान स्वयंसेवकों को हिंसा की ट्रेनिंग दी गई। उन्होंने संघ प्रमुख पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में मोहन भागवत 14 दिनों तक रुके थे और अपनी यात्रा में वह इस घटना को डिजाइन करके गए थे।
इससे पहले शुक्रवार को नवादा तक हिंसा फ़ैल गई। बताया जाता है कि दो समुदायों के बीच झड़प हुई जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए कई राउंड गोलियां चलाईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीड़ ने मीडिया को भी निशाना बनाया। नवादा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का इलाका है। हिंसा को देखते हुए यहां इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने हवाई फायर किए, आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आसामाजिक तत्वों ने धार्मिक स्थल को क्षतिग्रस्त कर दिया जिससे नाराज होकर लोगों ने पटना-रांची राजमार्ग 31 को जाम कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सड़क जाम करने के बाद दो गुटों के बीच पत्थरबाज़ी हुई। भीड़ के गुस्से का शिकार मीडिया कर्मी भी हुए। मीडिया के कैमरों को तोड़ दिया गया और उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने दस राउंड फायरिंग की। भीड़ ने इलाके की कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया और गाड़ियों के शीशे तोड़े। हालात खराब होते देख जिलाधिकारी और SP भी मौके पर पहुंच गए। एहतियातन नवादा में इंटरनेट की सेवा को बंद कर दिया। जिले के सभी प्रमुख धर्मस्थलों पर पुलिस बल को तैनात किया गया है।
ग़ौरतलब है कि रामनवमी के जुलूस को लेकर बिहार के कई हिस्सों से हिंसक झड़पें हुई हैं। औरंगाबाद और भागलपुर के बाद सांप्रदायिक हिंसा मुंगेर और समस्तीपुर में भी फैल गई थी। रामनवमी जुलूस और प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम के दौरान दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद राज्य के कई हिस्सों में तनाव का माहौल है। सांप्रदायिक तनाव को लेकर नीतीश कुमार और बीजेपी पर विपक्षी दल तीखे हमले कर रहे हैं। अलग-अलग शहरों में हुई हिंसा में अब तक 122 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।