नई दिल्ली: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरा होने के मौके पर इंडिया टीवी ने विशेष कार्यक्रम 'मंत्री सम्मेलन' का आयोजन किया जिसमें केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कोरोना वायरस, लॉकडाउन, और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों पर कई सवालों के जवाब दिए। पीयूष गोयल ने बताया कि रेलवे अभी तक कुल 449 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला चुकी है। इन ट्रेनों से कुछ दुखद समाचर तो श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए लोगों को खुशियां भी मिली। अब तक 30 बच्चों का जन्म ट्रेन में हुआ है।
वहीं श्रमिक विशेष ट्रेनों में लोगों की मौत की खबरों के मद्देनजर उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि वे पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो वे इन ट्रनों में यात्रा नहीं करें। इन ट्रेनों में 48 घंटे में कम से कम नौ यात्रियों की मौत की खबरें 27 मई को सामने आई थीं।
उन्होंने कहा कि रेलवे उन सभी नागरिकों को रेल सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है, जिन्हें यात्रा करने की आवश्यकता है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि नुकसान सहेंगे लेकिन यात्रियों के लिए ट्रेन चलाएंगे।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि हमने महाराष्ट्र को 125 ट्रेनें चलाने को दिया जबकि महाराष्ट्र ने बिना लिस्ट वेरीफाई किए 145 ट्रेनें लीं। महाराष्ट्र में 25 जगहों से ट्रेन चलाई। महाराष्ट्र सरकार ने 145 में से 75 ट्रेन ही चलाईं, वहां मजदूरों को लेकर कोई प्लानिंग नहीं थी। रेलवे की तरफ से राज्यों के साथ तालमेल की कमी नहीं। रेलवे ने प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने में राज्य सरकारों की मदद की।
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