अमरावती: तिरुपति में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू की एक चुनावी रैली में शरारती तत्वों द्वारा पत्थर फेंकने की घटना सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस घटना को राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया और घटनास्थल पर धरना दिया। उन्होंने इस पर ग़ुस्सा जाहिर किया कि राज्य में जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा पाने वाले उनके जैसे लोग भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस पत्थरबाज़ी की घटना में पार्टी के दो कार्यकर्ता घायल हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘ चुनाव आयोग को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए। अगर मेरे जैसे लोगों को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल पा रही है तो आम लोगों के साथ क्या हो सकता है?’’ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस दौरान नायडू से बातचीत की और उन्हें कार्रवाई की तसल्ली दी। इसके बाद वह तिरुपति अर्बन पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में ज्ञापन सौंपने के लिए निकले लेकिन उन्हें कार्यालय में जाने की अनुमति नहीं मिली।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुपराजा ने बाहर निकलकर उनसे बातचीत की। नायडू ने कहा कि उनकी पार्टी के सांसद मंगलवार को दिल्ली में निर्वाचन आयोग के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराएँगे। वह यहाँ अपनी पार्टी की उम्मीदवार पनाबका लक्ष्मी के समर्थन में प्रचार करने आए थे। यहाँ तिरुपति लोकसभा सीट पर 17 अप्रैल को उपचुनाव होना है। वहीं वाईएसआर कांग्रेस नेता और पंचायती राज मंत्री पी आर सी रेड्डी ने इस घटना को नायडू द्वारा लोगों की सहानुभूति बटोरने की कोशिश करार दिया।
इनपुट-भाषा
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