तमिलनाडु: स्टालिन ने ली सीएम पद की शपथ, कैबिनेट में नेहरू और गांधी भी शामिल
इसे नामों का विचित्र संयोग नहीं तो और क्या कहेंगे कि स्टालिन के नेतृत्व में गठित सरकार में नेहरू और गांधी भी मंत्री बने हैं।
नई दिल्ली: इसे नामों का विचित्र संयोग नहीं तो और क्या कहेंगे कि स्टालिन के नेतृत्व में गठित सरकार में नेहरू और गांधी भी बने हैं। द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आज तमिलनाडु के सीएम के तौर पर शपथ ली। उनकी कैबिनट में आर गांधी खादी और ग्रामीण रोजगार मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे जबकि केएन नेहरू के पास शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी होगी। आर गांधी रानीपेट विधानसभा से चौथी बार निर्वाचित हुए हैं जबकि केएन नेहरू त्रिचि वेस्ट से पांचवीं बार निर्वाचित हुए हैं।
द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के मंत्रिमंडल में उनके सहित 34 सदस्य शामिल है। स्टालिन ने दुरईमुरुगन जैसे वरिष्ठ नेताओं को अपने मंत्रिमंडल में बरकरार रखा है, साथ ही 15 सदस्य पहली बार मंत्री बने है। इससे पहले कल राजभवन ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि निर्वाचित मुख्यमंत्री स्टालिन द्वारा मंत्रियों के रूप में नियुक्ति के लिए दी गई व्यक्तियों की सूची को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने मंजूरी दे दी है।
स्टालिन पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में पद ग्रहण की है। वह गृह के अलावा सार्वजनिक एवं सामान्य प्रशासन सहित अखिल भारतीय सेवाएं, जिला राजस्व अधिकारी, विशेष कार्यक्रम कार्यान्वयन और दिव्यांगों के कल्याण विभाग को भी संभालेंगे। द्रमुक के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी महासचिव दुरईमुरुगन जल संसाधन मंत्री होंगे। वह 2006 से 2011 के बीच द्रमुक सरकार में लोक निर्माण मंत्री थे। दुरईमुरुगन उन 18 पूर्व मंत्रियों में शुमार हैं, जिन्हें इस बार भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
चेन्नई के पूर्व मेयर एम सुब्रमण्यन और उत्तर चेन्नई से पार्टी के नेता पी.के.सेकरबाबू उन व्यक्तियों में शामिल होंगे जो पहली बार मंत्री बनेंगे। सुब्रमण्यन और सेकरबाबू को क्रमशः स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ प्रबंधन विभाग आवंटित किए गए हैं। पूर्व निवेश बैंकर पी त्यागराजन को वित्त और अंबिल महेश पोय्यामोझी को स्कूल शिक्षा विभाग सौंपा गया है।