नई दिल्ली। गुरदारपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले सनी देओल और मथुरा लोकसभा सीट से सांसद चुनी गई उनकी सौतेली मांग हेमा मालिनी संसद में एक साथ नहीं बैठेंगे। इसके पीछे की वजह उनके बीच के रिश्तों की खटास नहीं बल्कि संसद में दोनो की वरिष्ठता है। हेमा मालिनी वरिष्ठ सांसद हैं और नियमों के मुताबिक उनको संसद में अगली सीटों पर बैठाया जाएगा जबकि सनी देओल पहली बार चुनकर आए हैं और उन्हें संसद में पीछे की सीट दी जा सकती है।
सनी देओल से पहले उनके पिता धर्मेंद्र भी लोकसभा चुनाव लड़कर जीत चुके हैं, धर्मेंद्र ने 2004 में बीकानेर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और वहीं से जीतकर सांसद बने थे।
इस बार सनी देओल पंजाब के गुरदासपुर से सांसद चुनकर आए हैं और उनकी सौतेली मां हेमा मालिनी ने मथुरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीतकर आई हैं। गुरदासपुर लोकसभा सीट से सनी देओल को 5.58 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं और उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को हराया है, सुनील जाखड़ को 4.76 लाख वोट प्राप्त हुए हैं।
हेमा मालिनी की बात करें तो मथुरा लोकसभा सीट से उन्हें 6.71 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं और उनके निकटतम प्रतिद्वंदी राष्ट्रीय लोकदल के कुंवर नरेंद्र सिंह को 3.77 लाख वोट हासिल हुए हैं।
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