SC में सुनवाई से 48 घंटे पहले स्वामी का बड़ा बयान, अक्टूबर तक बन जाएगा राम मंदिर, अगली दिवाली वहीं मनाएंगे
5 दिसंबर से जब सुनवाई शुरु होगी तो मार्च अप्रैल तक फैसला तय हो जाएगा और देश के हिंदुओं का सपना सच होगा...
नई दिल्ली: अयोध्या मामले में याचिकाकर्ता और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि अगले साल अक्टूबर तक अयोध्या में राम मंदिर बन जाएगा। उन्होंने कहा, 5 दिसंबर से जब सुनवाई शुरु होगी तो मार्च अप्रैल तक फैसला तय हो जाएगा और देश के हिंदुओं का सपना सच होगा। स्वामी को लगता है कि मंदिर बनने के रास्तों में अड़चनों की दीवार अब ज्यादा दिन टिकने वाली है नहीं।
7 नवंबर 2018, दिन बुधवार...अगले साल दिवाली का ये दिन 100 करोड़ हिंदुओं के लिए बेहद खास होने वाला है। करोड़ों हिंदुओं का अयोध्या में राम लला को देखने और पूजने का सपना पूरा होने वाला है। अयोध्या में अगली दिवाली इस बार से भी से भी भव्य होनेवाली है। सरयू नदी के घाट, वहां की गलियां और हर चौक चौराहा इस बार की दिवाली से ज्यादा रौशन होगी।
5 दिसंबर से SC में रोजाना होगी सुनवाई
अगली दिवाली आने में भले ही अभी 11 महीने का समय हो पर 48 घंटे बाद ही राम मंदिर की पहली तारीख पर सुनवाई शुरू होगी। 5 दिसंबर से हर दिन सुप्रीम कोर्ट में बाबरी विवाद पर दलील दी जाएगी। लेकिन कई संगठन सुनवाई शुरू होने से पहले ही मंदिर निर्माण के मिशन में जुट गए हैं।
दरअसल, मुम्बई में जैन समाज और हिन्दू समुदाय के सैकड़ों संत जमा हुआ थे। राम के अवतार और उनके मंदिर पर चर्चा हो रही थी। कांग्रेस ने मामले को कैसे बिगाड़ा और बीजेपी ने इसे कैसे बनाया इस पर सुब्रमण्यम स्वामी बोल रहे थे और जब तारीख की बात आई तो उन्होंने दावा किया कि अगले साल दिवाली में राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा।
दिवाली पर मंदिर के गर्भ में होगी राम लला की महाआरती
स्वामी ने कहा, 'मई-जून छुट्टियों के दिन हैं सुप्रीम कोर्ट के..तो जुलाई में या अगस्त में फैसला आएगा और उसके बाद दिवाली हम गर्भगृह राम मंदिर में मनाएंगे।'
अगले साल दीवाली में राम मंदिर !
- 5 दिसंबर से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होने जा रही है
- दिसंबर में सारे पक्षों को अपना पक्ष सौंपना है
- जनवरी से राम मंदिर पर रोजाना सुनवाई हो सकती है
- स्वामी को लगता है मई-अप्रैल तक ये बहस पूरी हो जाएगी
- सितंबर-अक्टूबर तक राम मंदिर पर बड़ा फैसला आ सकता है
सुब्रमण्यम स्वामी वैसे तो राम मंदिर में कोई पक्षकार नहीं है लेकिन सुप्रीम कोर्ट में जब सात साल से सुनवाई बंद थी तब सुब्रमण्यम स्वामी ने ही मूल अधिकार का हवाला देते हुए याचिका डाली थी। स्वामी ने कहा था कि उनकी आस्था प्रभावित हुई, उन्हें पूजा करने की इजाजत दी जाए जिसके बाद सुनवाई में तेजी आई और अब सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से रोजाना सुनवाई होगी लेकिन अगली दिवाली पर राम मंदिर में राम लला की पूजा पर स्वामी के बयान से मुस्लिम धर्म गुरु भड़क गए हैं।
इस बार यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दिवाली के दिन पूजा कर भगवान राम का आशीर्वाद लिया था। अयोध्या की जनता ने भी निकाय चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों के माथे पर जीत का टीका लगाकर योगी की झोली भर दी ऐसे में राम मंदिर का सपना सच होने के बेहद करीब लग तो रहा है लेकिन, उससे पहले इस केस में कई पेच अभी सुप्रीम कोर्ट में सुलझने बाकी हैं।